राज्य के सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर युद्धक विमानों ने लैंडिंग की। यह राज्य का तीसरा एक्सप्रेस वे है जहां विमान लैंडिंग और टेकऑफ कर सकेंगे। इस एक्सप्रेस वे पर युद्धक विमानों की लैंडिंग के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित थे। तीन एयर स्ट्रिप के साथ उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां यह सुविधा उपलब्ध है।
सुल्तानपुर जिले के कुरेभार स्थित अरवल कीरी ग्राम सभा में गहमागहमी के बीच विमानों ने टच एंड गो के अंतर्गत लैंडिंग। इसके पहले यमुना और आगरा एक्सप्रेस वे पर विमान उतर चुके हैं। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां, तीन एक्सप्रेस वे उपलब्ध हैं जिन पर विमान उतर सकते हैं। सुल्तानपुर के कुरेभार में तहसील के अंतर्गत अरवल कीरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में विमानों ने लैंडिंग की। इन विमानों में वायुसेना के मिराज विमानों का समावेश था। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का आधिकारिक उद्घाटन 16 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में संपन्न होगा।
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ऐसा है पूर्वांचल एक्सप्रेस वे
- लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ेगा एक्सप्रेस वे
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से दिल्ली, मथुरा, आगरा, लखनऊ, आजमगढ़ से गाजीपुर यात्रा होगी सरल
- 3.5 किलोमीटर लंबी है एक्सप्रेस वे पर बनी एयर स्ट्रिप
- एयर स्ट्रिप के दोनों किनारों पर 15-15 मीटर के बॉर्डर
- दोनों किनारों पर बनाया गया है सर्विस रोड
एक्सप्रेस वे क्यों उतरेंगे विमान?
युद्ध के समय दुश्मन हवाई अड्डों को निशाना बनाता है। इस परिस्थिति में दुश्मन पर चारो ओर से हमला करने के लिए आपातकालीन एयर स्ट्रिप बनाई जाती है। यह देखा गया है कि 1971 के पाकिस्तान से युद्ध के समय भुज की एयरस्ट्रिप को पाकिस्तान ने तहस नहस कर दिया था। ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में एयरस्ट्रिप होना महत्वपूर्ण होता है। जिससे शत्रु एयरफोर्स स्टेशन या हवाई अड्डों के चक्कर में रहता है और अपारंपरिक एयर स्ट्रिप से उड़ान भरकर युद्धक विमान उसके इरादों को मिट्टी में मिला देते हैं।