शिक्षा के क्षेत्र में महाराष्ट्र निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर है। यहां की शहरी और ग्रामीण जनता की शिक्षा के प्रति जागरूकता ही है कि 2001 के जनगणना में जो शिक्षा दर 76.88 प्रतिशत थी वो 2011 में बढ़कर 82.34 प्रतिशत पहुंच गई है। अब 2020 में इसमें जो बढ़ोतरी हुई है उसमें महाराष्ट्र के महाविकास आघाड़ी के मंत्री जी की डिग्री भी सम्मिलित हो गई है क्योंकि मंत्री जी स्नातक हो गए हैं।
शिक्षा लेने की कोई आयु सीमा नहीं होती। इसी का प्रमाण हैं महाराष्ट्र के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे। उन्होंने 56 वर्ष की आयु में स्नातक की परीक्षा पास की है। मंत्री जी को 77.25 प्रतिशत अंक मिले हैं।
राज्याचे नगरविकास मंत्री तथा ठाणे जिल्हा पालकमंत्री @mieknathshinde साहेब यांनी आज यशवंतराव चव्हाण मुक्त विद्यापीठातून कला शाखेत ७७.२५% गुण मिळवून पदवी संपादन केली.
— Dr Shrikant Eknath Shinde (@DrSEShinde) November 17, 2020
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वैसे, राज्य शिक्षा के मामले में उन्नत राज्यों में गिना जाता है। यहां लगभग 41 प्रतिशत से अधिक विधायकों ने स्कूली शिक्षण पूरा किया है। लगभग 25 प्रतिशत से अधिक विधायक स्नातक हैं। इसी प्रकार 2 प्रतिशत से अधिक विधायक डॉक्टरेट हैं। कुल मिलाकर महाराष्ट्र के नेतृत्वकर्ताओं के शिक्षा का एक सबल चित्रण है जो अन्य राज्यों के लिए अनुकर्णीय हो सकता है।
मंत्री जी वाह…वाह
- एकनाथ शिंदे ने यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की
- ज्ञान साधना महाविद्यालय से दी परीक्षा
- साधना महाविद्यालय का परिणाम 100 प्रतिशत