मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के खुफिया विभाग ने पायधुनी इलाके में नकली नोट छापने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस फैक्ट्री से 1 लाख 60 हजार नकली नोट बरामद किए हैं। इस मामले में 47 वर्षीय शब्बीर हसन कुरैशी नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने शब्बीर के घर से एक कंप्यूटर, प्रिंटर और नकली नोट बनाने के आवश्यक अन्य सामान जब्त किए हैं। वह नारायण ध्रुत स्ट्रीट, करीमी मंजिल, पायधुनी में रहता था और अपने घर में ही नकली नोट छापता था।
पुलिस कर रही है अन्य आरोपियों की तलाश
पुलिस का कहना है कि आरोपी शब्बीर काफी समय से नकली नोटों की छपाई कर रहा था और मुंबई के विभिन्न बाजारों में उसे चलाता था। पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। बता दें कि पायधुनी पुलिस स्टेशन में शब्बीर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत भी मामला दर्ज है।
करोड़ों के कैश के साथ बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद
इससे पहले भी पुलिस आयुक्तालय से कुछ ही दूरी पर डोंगरी में ड्रग्स की फैक्ट्री चलाए जाने का भंडाफोड़ हुआ था। मुंबई विभाग के एनसीबी निदेशक समीर वानखेड़े ने अपनी टीम के साथ 20 जनवरी 2021 को अन्य स्थानों के साथ ही दक्षिण मुंबई के डोंगरी स्थित आरिफ भुजवाला के ठिकाने पर छापेमारी की थी। हालांकि उस समय आरिफ फरार होने में सफल हो गया था, लेकिन उसके ठिकाने से एनसीबी ने दो करोड़ 80 लाख रुपए कैश, साढ़े पांच किलो एमडी( मेफेड्रोन),एक किलो मेथाफेटामिन, 6 किलो 126 ग्राम एफेड्रीन के साथ कुल मिलाकर कुल 12 किलो नशीले पदार्थ बरामद किए थे। इस दौरान एक ऑटोमैटिक रिवॉल्वर बी बरामद किया गया था।
ये भी पढ़ेंः पुलिस की नाक के नीचे ड्रग्स की फैक्ट्री.. ऐसे हुआ बेनकाब!
पुलिस की नाक के नीचे अवैध कारोबार
सवाल यह है कि आरिफ भुजवाला मुंबई के डोंगरी से अपना ड्रग्स रैकेट चलाता था। यही नहीं, वहां उसने ड्रग्स बनाने के लिए फैक्ट्री भी बना रखी थी। लेकिन मुंबई पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकि जिस स्थान पर छापेमारी की गई थी, वह मुंबई पुलिस आयुक्तालय से मात्र चंद किलोमीटर ही दूर है। अब ताजा मामला पायधुनी इलाके में नकली नोट बनाने की फैक्ट्री चलाए जाने का उजागर हुआ है। कभी अपराधियों में मुंबईु पुलिस की दहशत हुआ करती थी, लेकिन अब अपराधी बेखौफ हैं। इसलिए पुलिस की नाक के नीचे इस तरह के धंधे चलाए जा रहे हैं।