कोरोना के नए वायरस ओमिक्रॉन ने एक बार फिर दुनिया भर में खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। कई देशों ने इसके प्रकोप के कारण प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इसी कड़ी में कुछ देशों ने उन देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं, जहां नया कोरोना वायरस पाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर को देश को आगाह करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक भी बुलाई थी। उन्होंने हवाई परिवहन मंत्रालय को अंतरराष्ट्रीय यात्री विमानन पर प्रतिबंध हटाने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का भी निर्देश दिया है। इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) ने ओमिक्रॉन को लेकर अहम जानकारी दी है।
ज्यादा चिंता करने की जरुरत नहीं
आईसीएमआर ने लोगों से जल्द से जल्द कोरोना की दूसरी खुराक लेने का आह्वान किया है। उसने कहा है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। संस्थान के डॉ. समीरन पांडा ने कहा है,” जो ओमिक्रॉन से ज्यादा चिंता करने की जरुरत नहीं है। इस नए वायरस का घातक होना या कई बीमारियों का कारण होना जरूरी नहीं है। ऐसी कोई जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है और हमें अधिक जानकारी के लिए इंतजार करना होगा।”
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म्यूटेशन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं
डॉ. समीरन के अनुसार, हालांकि नए कोरोना वायरस में उत्परिवर्तन यानी म्यूटेशन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वे तेजी से फैलेंगे। हालांकि उससे सतर्क रहना और एहतियात बरतना जरूरी है।
टीकाकरण के साथ ये भी जरुरी
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि कोरोना का नया रूप गंभीर है, लेकिन संक्रमण का तरीका एक ही है, इसलिए इससे लड़ने के लिए टीकाकरण के साथ-साथ मास्क का उपयोग, भीड़भाड़ से बचाव, सैनिटाइजेशन महत्वपूर्ण और जरुरी है।