संसद के शीत सत्र शुरू होने से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में अधिकतर विपक्षी पार्टियों ने पेगासस जासूसी विवाद , किसानों को एमएसपी की गारंटी को लेकर कानून बनाए जाने, बेरोजगारी, महंगाई , चीन के लद्दाख में अतिक्रमण समेत अन्य मुद्दो पर चर्चा किए जाने की मांग की। इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों ने सरकार को रचनात्मक मुद्दों पर सकारात्मक सहयोग देने का आश्वासन दिया ।
केन्द्र सरकार ने विपक्षी दलों को आश्वासन दिया कि वह विपक्ष के सकारात्मक सुझावों पर विचार करने के नियमों के तहत अध्यक्ष और सभापति की अनुमति से वह विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है ।
ये नेता रहे उपस्थित
28 नवंबर को पार्लियामेंट एनेक्सी में हुई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य.उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी , राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा , बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्र, तृणमूल कांग्रेस के सुंदीप बंदोपाध्याय , शिरोमणी अकाली दल के बलविंदर सिंह भूदंड, बीजद के प्रसन्न आचार्य ,नेशनल कॉन्फ्रेंस के विनायक राउत शामिल हुए।
आप नेता बैठक छोड़कर चले गए बाहर
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह बीच में ही बैठक छोड़कर बाहर निकल गए । संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा।
पीएम के नहीं उपस्थित रहने पर विपक्ष ने उठाए सवाल
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित नहीं थे। विपक्ष के इस बारे में पूछने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह परंपरा पीएम मोदी ने ही शुरू की थी। उनसे पहले संसदीय कार्यमंत्री ही इस बैठक का प्रतिनिधित्व करते थे। इस बार वे नहीं आ सके।