संसद का शीत सत्र 29 नवंबर से शुरू हो गया है। इस सत्र में उठाने के लिए विपक्ष के पास कोई बड़ा मुद्दा तो नहीं है, इसके बावजूद उसने 28 नवंबर को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए अपना तेवर आक्रामक रखने के संकेत दे दिए हैं। सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब विपक्ष ने बाकी मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। इसमें फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ ही आंदोलन करते समय जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को मुआवजा देने तथा किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने जैसै मसले अहम हैं।अन्य मुद्दों में पेगासस जासूसी कांड, जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी विपक्ष ने अपने तेवर कड़े रखने के संकेत दिए हैं।