स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक में केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर और चिरायु पंडीत लिखित ग्रंथ का विमोचन संपन्न हुआ। यह ग्रंथ स्वातंत्र्यवीर सावरकर के जीवन संघर्ष, मुस्लिम तुष्टीकरण की नीतियों, कांग्रेस की राजनीतिक लाचारी, टू नेशन थ्योरी, हिंदुओं के साथ होनेवाले षड्यंत्र और विदेश नीति को लेकर की जा रही त्रुटियों को सामने लाता है।
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, वर्तमान सरकार वीर सावरकर की नीतियों को आत्मसात करके चल रही है। डोकलाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने उसी नीति के अंतर्गत कदम उठाए। इसके अलावा स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर ने 1947 की पुनरावृत्ति 2047 में न हो इसका ध्यान लोगों को रखना होगा। 1921 में 22 प्रतिशत मुस्लिमों की जनसंख्या इस देश में थी, इसके बाद बंटवारा हुआ मुस्लिम जनसंख्या दो देशों में विभक्त हो गई, लेकिन सौ वर्षों के पश्चात 2021 में यह जनसंख्या फिर 22 प्रतिशत पहुंच गई है। यदि दूसरा विभाजन टालना है तो हिंदू को जागृत होना होगा।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विधायक आशीष शेलार और अतुल भातखलकर, लेखक उदय माहूरकर और चिरायु पंडित, वरिष्ठ पत्रकार डॉ.उदय निरगुडकर, स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर उपस्थित थे। यह पुस्तक ऑनलाइन प्लेटफार्म और सभी प्रमुख बुक स्टैंड पर उपलब्ध है।
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