11 और 12 दिसंबर की देर रात कुछ देर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हो जाने के बाद हड़कंप मच गया है। हैक किए गए समय में क्रिप्टोकरेंसी को प्रोत्साहित करने वाला एक ट्वीट भी किया गया है। ट्वीट में कहा गया कि भारत ने आधिकारिक रूप से बिटकॉइन को कानूनी मंजूरी दे दी है। सरकार ने आधिकारिक रूप से 500 बीटीसी खरीदे हैं और देश के सभी नागरिकों में बांट रही है।
फिलहाल बहुत जल्द ही ट्विटर अकाउंट को रिस्टोर कर लिया गया। यह मुद्दा उठाए जाने के बाद ट्विटर का आधिकारिक बयान आया है।
सोशल मीडिया कंपनी की ओर से बताया गया है कि पीएम मोदी का अकाउंट हैक होने की जानकारी मिलते ही उनकी टीम ने उसे सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं।
ट्विटर ने जारी किया बयान
ट्विटर के आधिकारिक बयान में कहा गया है, “पीएमओ के कार्यालाय के साथ बातचीत के लिए हमारी सेवाएं 24 घंटे, सातों दिन उपलब्ध हैं। हमें जैसे ही इस गतिविधि की जानकारी मिली, हमारी टीम ने हैक किए गए अकाउंट को सुरक्षित करने की दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए।” बयान में दावा किया गया है कि जांच में पता चला है कि पीएम के ट्विटर अकाउंट के हैक होने की वजह ट्विटर के सिस्टम में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है।
कारणों का पता लगाने में जुटी है सीईआरटी-आईएन
इस दौरान मिनीस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम भी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हैकिंग किसने की और इसके पीछे क्या मकसद था।
पीएमओ ने दी जानकारी
12 दिसंबर को तड़के 3 बजकर 18 मिनट पर पीएमओ ने इस बात की जानकारी दी कि पीएम का ट्विटर कुछ देर के लिए हैक हो गया था। इस बारे में माइक्रोब्लॉगिंग साइट को भी सूचित किया गया है। इस ट्वीट में यह भी बताया गया कि अकाउंट तत्काल रिस्टोर कर लिया गया।
कई हस्तियों ने जताई हैरानी
कई सार्वजनिक हस्तियों ने भी प्रधानमंत्री के ट्विटर खाते से हुए ट्वीट पर आश्चर्य जताया। इसमें सिरम इंस्टीट्यूट के आदार पूनावाला और कांग्रेस नेता श्रीनिवास भी शामिल रहे।
2020 में भी हुई थी सेंधमारी
बता दें कि सितंबर 2020 में भी प्रधानमंत्री के वेबसाइट से जुड़े ट्विटर खाते और ऐप में सेंधमारी की गई थी। दुनिया भर में कई बड़े नेताओं के इसी तरह से खाते हैक कर उनसे बिटकॉइन से जुड़ी जानकारी साझा करने के कई मामले प्रकाश में आए हैं।