गुजरात के मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा संचालिए किए जा रहे बाल गृह में बच्चों के जबरन धर्मांतरण करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले बाल गृह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां रहने वाली लड़कियों को क्रॉस पहनाकर उनको ईसाई बनाया जाता था। इसके साथ ही उन्हें बाइबल पढ़ाए जाने की भी जानकारी मिली है।
पुलिस मे मामला दर्ज
मकरपुरा पुलिस थाने में इस मामले में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि वडोदरा जिला सामाजिक सुरक्षा कार्यालय के प्रभारी मयंक त्रिवेदी की शिकायत पर 10 दिसंबर को एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रबंधन ने धर्म परिवर्तन के प्रयास के उद्देश्य से लड़कियों के पाठ करने के लिए स्टोररूम में टेबल पर एक बाइबिल रखी थी।
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फरवरी-दिसंबर 2021 के बीच कराया गया धर्मांतरण
फिलहाल धर्मांतरण से संबंधित गुजरात के धर्म स्वतंत्रता कानून की धारा तीन और चार के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत किसी व्यक्ति का धर्म परिवर्तन कराने, प्रलोभन देने या धोखाधड़ी के माध्यम से धर्म बदलवाने का प्रयास करने जैसी गतिविधियों को अपराध माना गया है। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार लड़कियों का धर्मांतरण 10 फरवरी 2021 से दिसंबर 2021 के बीच हुआ है। मामले की जांच जारी है।