कराची स्विट्स के नाम को लेकर मुंबई में सियासत तेज हो गई है। शिवसेना नेता नितन नांदगांवकर ने इसके नाम पर आपत्ति जताते हुए इसके मालिक से दुकान का नाम बदलने को कहा था। उन्होंने इस बारे में एक वीडियो वायरल किया था। लेकिन अब शिवसेना ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी ने नांदगांवकर को इसके लिए खरीखोटी भी सुनाई है। नांदगांवकर को हिदायत दी गई है कि पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ सरकार में शामिल है, इसलिए उन्हें कुछ भी बोलने से पहले अच्छी तरह सोच-समझ लेना चाहिए।
शिवसेना ने झाड़ा पल्ला
नितिन नांदगांवकर द्वारा मुंबई के बांद्रा वेस्ट में स्थित कराची स्विट्स के नाम बदलने को लेकर दी गई चेतावनी को लेकर शिवसेना सांसद संजय राऊत को ट्विट कर सफाई देनी पड़ी है। उन्होंने कहा है कि कराची स्विट्स 60 वर्ष से देश में है। उसका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। पाकिस्तान से निकाले गए सिंधी भाइयों ने काफी मेहनत और जद्दोजहद कर अपने व्यवसाय को स्थापित किया है। इसलिए उनके व्यवसाय के नाम बदलने की मांग का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने नितिन नांदगांवकर की मांग से पार्टी को अलग करते हुए कहा है कि इससे शिवसेना का कोई लेना-देना नहीं है।
कराची बेकरी आणि कराची स्वीटस 60 वर्षापासून मुंबई सह देशात आहेत. तयांचा पाकिस्तानशी सबंध नाही. निर्वासित सिंधी पंजाबी बांधवांनी कष्टातून ऊभा केलेला हा व्यवसाय आहे.कराची बेकरीचे नाव बदला ही मागणी निरर्थक आहे.
ही शिवसेनेची अधिकृत भुमिका नाही.— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 19, 2020
कांग्रेस ने की है आलोचना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने इस मामले में नितिन राऊत की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि देश मे चायना नाम से कई होटल हैं। उनका पाकिस्तान और चीन से कोई लेना-देना नहीं है। सीएम को अपने लोगों को इस तरह की कार्रवाई करने से रोकना चाहिए।
भारत के चाइनीज़ होटलों का चीन से कोई लेना-देना नहीं है,वैसे ही बांद्रा के #कराँची_स्वीट्स का पाकिस्तान से कोई नाता नहीं।
यह सत्य #शिवसेना के बेवक़ूफ़ कार्यकर्ता कब समझेंगे ?
70 साल पुरानी दुकान का नाम बदलने की जो धमकी दी गई है,वो गलत है।मुख्यमंत्री तमाशा न देखें, उसकी रक्षा करें।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 19, 2020
नितिन नांदगांवकर का वीडियो वायरल
नितिन नांदगांवकर वायरल वीडियो में दुकान के मालिक को कराची शब्द हटाकर कोई और नाम रखने को कह कर रहे हैं। वो कह रहे हैं, ‘मुंबई और महाराष्ट्र में कराची नाम से कोई भी व्यवसाय नहीं किया जा सकता। महाराष्ट्र में व्यवसाय करना है को नाम बदलना होगा।’ उन्होंने दुकान मालिक को नाम बदलने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम भी दिया था।
नितिन राऊत का विवादों से पुराना रिश्ता
राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को छोड़कर शिवसेना में शामिल हुए नितिन नांदगांवकर का विवादों से पुराना नाता रहा है। वे आए दिन कोई न कोई विवाद खड़ा करते रहते हैं।
चर्चित विवाद
- सीनियर डॉक्टर के साथ अस्पताल में जाकर बदसलूकी की थी।
- मनसे में रहते हुए उन्होंने ऑटो रिक्शा चालक की पिटाई की थी
- 26 जनवरी 2020 माटुंगा रेलवे स्टेशन के ब्रीज पर लड़की को चूमकर भागने वाले एक मुस्लिम युवक की पिटाई की थी।
- पुलिस में मामला दर्ज होने पर नांदगांवकार की गिरफ्तारी हुई थी, दो घंटे में उन्हें जमानत मिल गई थी।
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