स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 16 दिसंबर को अमृत महोत्सव आयोजन समिति महानगर झांसी ने समापन दीपांजलि के द्वारा किया। 75 हजार दीपों की दीपांजलि के साथ समापन अवसर पर वंदेमातरम गायन भी किया गया। इस अवसर पर गायत्री परिवार के द्वारा दीप यज्ञ का भी आयोजन किया गया। वहीं छात्र-छात्राओं ने महारानी लक्ष्मीबाई पर आधारित नाट्य मंचन में सभी का मन मोह लिया।
सर्व प्रथम गायत्री परिवार के द्वारा स्वस्तिवाचन व गायत्री मंत्र के साथ दीप यज्ञ का आयोजन किया गया। उसके बाद मां भारती के सामने दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान सीडीएस बिपिन रावत समेत स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान देने वाले सभी बलिदानियों को याद करते हुए 75000 दीपों का प्रज्ज्वलन किया गया।
इन हस्तियों की रही उपस्थिति
इस दौरान मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह अनिल जी, संघ संचालक सतीश शरण अग्रवाल, महानगर प्रचारक अनुराग जी, महानगर कार्यवाह मुकुल जी, पस्तोर अध्यक्ष डॉ शरद द्विवेदी, संयोजक प्रवीण लखेरा आदि मंच पर उपस्थित रहे। इसके बाद संस्कार भारती के द्वारा बुंदेली कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्या मंदिर विवेकानंद पब्लिक स्कूल व रिवॉल्यूशन डांस ग्रुप के द्वारा महारानी लक्ष्मी बाई की स्वतंत्रता की क्रांति पर आधारित नाटक का सजीव मंचन किया गया, जिसको देख लोग भाव विभोर हो गये। बाद में छात्राओं द्वारा सामूहिक वंदे मातरम का गायन किया गया।
ये भी पढ़ेंः कैसे लड़ी गई 1971 की लड़ाई? जानिये, युद्ध में शामिल कर्नल पुणतांबेकर की जुबानी
21 नवंबर को निकाली गई थी शोभायात्रा
बता दें कि 21 नवम्बर को भारत माता की भव्य शोभायात्रा के शुभारंभ के साथ ही महारानी लक्ष्मीबाई के दुर्ग से 5 हजार स्काई लैंप उड़ाए थे। अब तक नगर के 135 स्थानों पर भारत माता का पूजन व वंदेमातरम गायन का आयोजन किया जा चुका है। इसके अलावा नगर के 12 महाविद्यालयों व 20 इण्टर कॉलेजों में भी भारत माता पूजन व सामूहिक वंदेमातरम गायन का आयोजन किया गया है। इनमें अब तक 3269 महिलाएं,6784 पुरुष,3219 छात्र-छात्राएं मोहल्लों में में भारत माता का पूजन और दीपोत्सव में उपस्थित रहे। जबकि 20 इण्टर कॉलेजों में 8643 छात्र-छात्राएं व महाविद्यालयों में 5366 छात्र-छात्राओं ने सामूहिक वंदेमातरम गायन कर भारत माता की आरती उतारी। कुल 27281 लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया है।