पश्चिम रेलवे के 468 स्टेशनों को अब तक मुफ्त हाई स्पीड वाई-फाई इंटरनेट कनेक्टिविटी से लैस किया गया है। इससे पश्चिम रेलवे के लगभग 5254 रूट किलोमीटर ओएफसी (ऑप्टिकल फाइबर केबल) से कवर हो गए हैं। इसके साथ ही स्टेशनों पर ओएफसी का 88.31 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल के 90 स्टेशन, वडोदरा मंडल के 72 स्टेशन, रतलाम मंडल के 98 स्टेशन, अहमदाबाद मंडल के 88 स्टेशन, राजकोट डिवीजन के 50 स्टेशन एवं भावनगर मंडल के 70 स्टेशन इस सुविधा से लैस हो चुके हैं।
स्टेशनों को डिजिटल हब बनाने का मिशन
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, इन स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधाओं के उपयोगकर्ताओं में लगातार वृद्धि हो रही है। इस परियोजना को रेलवे स्टेशनों को डिजिटल समावेशन के हब में बदलने के मिशन के रूप में लिया गया है। इस डिजिटल इंडिया पहल को लागू करने की जिम्मेदारी रेलवे की मिनी रत्न पीएसयू रेलटेल को सौंपी गई है। रेलटेल ने अब तक पूरे भारत में 6070 स्टेशनों पर इस सुविधा को चालू कर दिया है। भारतीय रेल पर पहली बार फ्री वाई-फाई की सुविधा की शुरुआत पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर की गई थी। रेलवे स्टेशन ऐसे स्थान हैं जहां समाज के क्रॉस-सेक्शन का आगमन होता है।
यात्रियों को मिलगा ये लाभ
एक बार कनेक्ट होने के बाद वाई-फाई कनेक्शन 30 मिनट तक चलेगा। इससे रेल यात्रियों को रेलवे की जानकारी से जुड़े रहने और अपडेट रहने में मदद मिलती है। वाई-फाई हर दिन 1 एमबीपीएस की गति से प्रथम 30 मिनट के उपयोग के लिए निःशुल्क है। वाई-फाई सुविधा को और अधिक तेज गति से उपयोग करने के लिए, उपयोगकर्ता को मामूली शुल्क देकर उच्च गति वाला प्लान चुनना होगा। ये प्लान जीएसटी को छोड़कर रुपये 10/दिन (5 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) से रु. 75/30 दिन (60 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) की रेंज में है। ऑनलाइन प्लान खरीदने के लिए नेट बैंकिंग, वॉलेट, क्रेडिट कार्ड जैसे कई भुगतान विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है।