महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन! चंद्रकांत पाटिल ने बताया कब लिया जाएगा निर्णय

चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने केंद्र सरकार पर झूठा भेदभाव का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र से उद्योग धंधे गुजरात ले जाने का भी आरोप लगाया है।

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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने जैसी स्थिति बन गई है। इसे राज्यपाल खुद महसूस कर रहे हैं। आगामी दिनों में इस संबंध में निर्णय लिया जा सकता है।

चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्र में एक दो नहीं तीन-तीन परीक्षा के पेपर लीक हो रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर कठोर कार्रवाई नहीं कर सकी है। मामले की जांच सही तरीके से नहीं की जा रही है, इसलिए भाजपा इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है। राज्य के हर क्षेत्र में असंतोष फैला हुआ है, लेकिन राज्य सरकार अस्तित्वहीन हो गई है। राज्यपाल की ओर से भेजे गए दिशा-निर्देशों का भी पालन नहीं हो रहा है। इसे दो दिनों तक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी महसूस किया है। महाराष्ट्र में हर क्षेत्र में स्थिति बदतर बनी हुई है। सरकार नाम की चीज का पता ही नहीं है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के हर कारण राज्य में उपलब्ध है, इस पर जल्द विचार किया जा सकता है।

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चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने केंद्र सरकार पर झूठा भेदभाव का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र से उद्योग धंधे गुजरात ले जाने का भी आरोप लगाया है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उद्योगमंत्री को महाराष्ट्र से गुजरात गए उद्योग धंधों की लिस्ट जारी करना चाहिए। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र से गुजरात उद्योगधंधों के जाने के और भी कारण होंगे इसका भी पता राज्य सरकार को लगाना चाहिए।

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