“गाय हमारे लिए माता है, लेकिन कुछ लोगों ने…!” वाराणसी में बोले पीएम

पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि गाय की बात करना,गोबरधन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है।

137

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अमूल सहकारी संस्था की बनास डेयरी संकुल परियोजना की आधारशिला रखी। इसके साथ ही उन्होंने लगभग 2100 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर करारा हमला किया। पीएम ने गाय को माता के सामान बताते हुए कहा कि गाय और गोबरधन की बात करना देश में अपराध बना दिया गया है।

पीएम ने किया विपक्ष पर हमला
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि गाय की बात करना,गोबरधन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। कुछ लोगों के लिए यह गुनाह हो सकता है, लेकिन हमारे लिए गाय माता है, पूजनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के आठ करोड़ परिवारों की आजीविका पशुधन से चलती है। गाय-भैंस पर चुटकुले बनाने वाले, उन पर निर्भर करोड़ों लोगों की आजीविका के बारे में भूल जाते हैं। पीएम ने कहा कि भारत की डेयरी सेक्टर को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।

ये भी पढ़ेंः “ये वो लोग हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश को…!” पीएम ने यूपी की पूर्व सरकारों पर बोला हमला

पीएम के संबोधन की खास बातें

  • भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना, आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में आज यहां बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है।
  • भारतीय मानक ब्यूरो ने देशभर के लिए एकीकृत व्यवस्था जारी की है। सर्टिफिकेशन के लिए कामधेनु गाय की विशेषता वाला एकीकृत लोगो भी लॉन्च किया गया है। ये प्रमाण, ये लोगो दिखेगा तो शुद्धता की पहचान आसान होगी और भारत के दूध उत्पादों की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
  • मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। इस विश्वास के कई कारण हैं।
  • पहला ये कि पशुपालन, देश के छोटे किसान, जिनकी संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है, उनकी अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है।
  • दूसरा ये कि भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास, विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है जिसमें आगे बढ़ने की बहुत सारी संभावनाएं हमारे पास हैं।
  • तीसरा ये कि पशुपालन, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है।
  • और चौथा ये कि जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है।
  • 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है।
  • मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है।
Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.