विधानसभा चुनाव की आहट होते ही उत्तराखंड कांग्रेस की गुटबाजी उभरने लगी है। 24 दिसंबर को पार्टी मुख्यालय पर हरीश रावत और प्रीतम गुट के कार्यकर्ता के बीच हाथापाई हो गई।
24 दिसंबर को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह और हरीश रावत के समर्थकों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इससे पहले लोग समझ पाते, दोनों गुटों के बीच मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद दोनों गुट के समथकों आमने सामने आ गए। किसी तरह बीच बचाव कर दोनों गुटों को शांत कराया गया।
इस बात पर हुई मारपीट
संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने दोनों गुट को शांत कराया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना निंदनीय है। आगे से ऐसी घटना नहीं घटनी चाहिए। मामले में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में हरीश समर्थकों ने राजेंद्र शाह पर रावत को गाली देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पार्टी मुख्यालय में इतने बड़े नेता को गाली देना ठीक नहीं है। इसी के बाद विवाद बढ़ गया।
U'khand: Scuffle broke between supporters of Congress leader and former Chief Minister Harish Rawat and others at state headquarters of Indian National Congress office in Dehradun! @NewIndianXpress @TheMornStandard pic.twitter.com/8zbNJq8Web
— Vineet Upadhyay (@VineetUpad) December 24, 2021
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बढ़ सकती है अंतर्कलह
राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में अंदरूनी कलह पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकती है। पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के एक ट्वीट से उत्तराखंड की सियासत में भूचाल आ गया था। दिल्ली में कांग्रेस इसका डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। खुद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी इस मामले में हस्तक्षेप कर रही हैं। इस स्थिति में उत्तराखंड में अब प्रीतम गुट के करीबी महामंत्री राजेंद्र शाह के साथ मारपीट के बाद कांग्रेस की अंतर्कलह बढ़ सकती है।