भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने कई बार राज्यपाल के आदेशों का उल्लंघन किया है, जिससे राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने जैसे हालात बन गए हैं। राज्य में सभी तरफ फैले असंतोष की वजह से भी जल्द निर्णय लिया जा सकता है।
राज्य नहीं कर रहा है निर्देशों का पालन
चंद्रकांत पाटील ने 27 दिसंबर को पत्रकारों को बताया कि राज्यपाल ने सरकार को दो बार विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए पत्र लिखा था। लेकिन राज्य सरकार ने इन निर्देशों का पालन नहीं किया। अब सरकार विधानसभा अध्यक्ष पद की चुनाव पद्धति में बदलाव कर राज्यपाल से चुनाव कराने के लिए अनुमति मांग रही है। यह प्रक्रिया असंवैधानिक होने की वजह से राज्यपाल ने राज्य सरकार को अध्यक्ष पद का चुनाव कराने की अनुमति नहीं दी है। पाटील ने कहा कि राज्य सरकार मनमानी तरीके से काम कर रही है, राज्यपाल हर जानकारी केंद्र को पहुंचा रहे हैं।
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राज्य में असंतोष
चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि राज्य में सरकार की लापरवाही से एसटी महामंडल के कर्मचारियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। एसटी महामंडल के कर्मचारियों को सरकार न्याय नहीं दे पा रही है। राज्य में किसानों की बदहाली, महिलाओं पर निरंतर हो रहे अत्याचार से भी राज्य में असंतोष है। इन सभी मुद्दों पर केंद्र सरकार विचार कर रही है और बहुत जल्द राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने को अंतिम स्वरूप दिया जा सकता है।