कानपुर के निवासियों के लिए खुशी का क्षण आने ही वाला है, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेट्रो का शुभारंभ करेंगे, लेकिन उससे पहले एक व्यापारी नेता विरोध प्रदर्शन पर उतारु हो गया। उसकी मांग थी कि मेट्रो सरकारी उपक्रम है, इसलिए एसपीएम मेट्रो स्टेशन का नाम बदला जाए, क्योंकि इससे उस अस्पताल का प्रचार हो रहा है, जो निजी अस्पताल है। विरोध प्रदर्शन कर रहे व्यापारी नेता संदीप पाण्डेय को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
कल्याणपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बने एक मेट्रो स्टेशन का नाम एसपीएम मेट्रो स्टेशन है। यह नाम प्राइवेट हॉस्पिटल के नाम पर रखा गया है, जिसका विरोध बराबर क्षेत्रीय लोग कर रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि इससे निजी अस्पताल का प्रचार प्रसार हो रहा है, जबकि मेट्रो सरकारी उपक्रम है और निजी अस्पताल को लाभ न पहुंचाया जाये। इसे लेकर कानपुर ग्रामीण उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष संदीप पाण्डेय भी बराबर विरोध जता रहे हैं।
पीएम के आने से पहले शुरू कर दिया विरोध प्रदर्शन
28 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री मेट्रो का शुभारंभ करने जा रहे हैं, उससे पहले एक बार फिर व्यापारी नेता ने विरोध प्रदर्शन कर दिया। विरोध प्रदर्शन देख पुलिस ने व्यापारी नेता को हिरासत में ले लिया। व्यापारी नेता का कहना है कि उनके द्वारा मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति तक ज्ञापन के माध्यम से अपना विरोध प्रकट करते हुए पोस्टकार्ड अभियान भी चलाया जा रहा था। हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि एसपीएम मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर किसी महापुरुष के नाम कर दिया जाये। संदीप पांडेय का कहना है कि वह ऐसी गिरफ्तारी से नहीं डरते हैं और उनका विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक एसपीएम मेट्रो स्टेशन का नाम बदला नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि हम व्यापारी डरने दबने वाले नहीं हैं और विरोध जारी रहेगा।