मुंबई के शिवाजी नगर इलाके में 13 वर्षीय बच्चे के साथ दुष्कर्म मामले में आरोपित पादरी जानसन लारेंस को विशेष न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इस सजा के साथ ही न्यायालय ने दोषी को 13 हजार रुपये का दंड भरने का भी आदेश जारी किया है। आरोपित पादरी इस घटना के बाद से ही आर्थर रोड जेल में बंद है।
सरकारी वकील सीमा जाधव के अनुसार शिवाजी नगर इलाके में स्थित चर्च में उक्त बच्चा अपने माता-पिता के साथ जाया करता था। पादरी से इस परिवार की पहले से ही जान-पहचान थी। इस पहचान का लाभ उठाते हुए पादरी ने 2015 में 13 वर्षीय बच्चे के साथ दुष्कर्म किया था।
बच्चा हो गया था बीमार
इसके बाद बच्चा बीमार हो गया था और काफी डरा एवं सहमा हुआ रहता था। माता-पिता ने जब विश्वास में लेकर बच्चे से पूछताछ की तो उन्हें इसका पता चल सका। इसकी जानकारी मिलते ही पीड़ित के माता-पिता ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी। सीमा जाधव ने बताया कि इस मामले में नौ लोगों की गवाही दर्ज की गई थी। आरोपित जानसन लारेंस की ओर से वकील अविनाश रसाल न्यायालय में पेश हुए थे।