उत्तर प्रदेश में कुछ महीनों में चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह पूछे जाने पर कि वह किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं, उन्होंने कहा, “मैं वहीं से लड़ूंगा जहां से पार्टी कहेगी। कोई स्थान मेरी निजी पसंद नहीं है। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जीतेगी। भाजपा को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।”अगर योगी आदित्यनाथ इस बार विधानसभा चुनाव में खड़े होते हैं तो वे पहली बार विधानसभा के चनाव लड़ेंगे।
योगी आदित्यनाथ 2014 के लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से सांसद चुने गए थे। लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद से वे विधान परिषद के सदस्य हैं। उन्होंने अब तक कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। इसलिए अगर वह इस साल चुनाव लड़ते हैं तो यह उनका पहला विधानसभा चुनाव होगा।
कहां से लड़ेंगे चुनाव?
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे चुनाव लड़ने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन पार्टी नेतृत्व तय करेगा कि मैं कहां से चुनाव लड़ूंगा।” योगी वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। यह पूछे जाने पर कि चुनाव कब होंगे, मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “यह चुनाव आयोग द्वारा तय किया जाएगा और चुनाव के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।”
सभी वादे पूरे करने का दावा
यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसा कुछ है, जो वह पांच साल में नहीं कर सके, उन्होंने कहा, “हमने वह सब कुछ किया, जो वादा किया था। मेरे पास करने के लिए कुछ नहीं बचा है।” इस बीच कुछ इलाकों के लोग विधायकों से नाराज नजर आ रहे हैं। इस नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”अभी हमारी जन विश्वास यात्रा चल रही है। हमारी जन विश्वास यात्रा 3 जनवरी को समाप्त हो रही है। इसके बाद हमें राज्य में बेहतर माहौल देखने को मिलेगा।”