मध्य प्रदेश में 400 से अधिक हिंदुओं के धर्मांतरण की कोशिश का मामला प्रकाश में आने पर हड़कंप मच गया है। इंदौर के एक दंपति पर इस तरह का आरोप लगाया गया है।
बताया जा रहा है कि नव वर्ष की रात पार्टी के नाम पर इस दंपत्ति ने 400 आदिवासियों को इकट्ठा कर उनके धर्मांतरण की कोशिश की। हलांकि वे अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाए और हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विवाद बढ़ता देख ईसाई दंपति घटनास्थल से भागने में ही अपनी भलाई समझी।
पुलिस में मामला दर्ज
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने ईसाई दपति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों का कहना है कि उनका आयोजन गरीबों को दावत देने के लिए था, न कि धर्म परविर्तन के लिए। वे गरीब आदिवासियों को भोजन कराना चाहते थे। मामले के आरोपियो के नाम मनीष और मनीषा हैं। ये दोनों अंबामुलिया में रहते हैं। घटना सनावदिया गांव में स्थित पैरामेडिकल कॉलेज में घटी है। यहां आदिवासियों को भोजन और प्रार्थना के नाम पर इकट्ठा किया गया था।
इंदौर में 400 से ज्यादा के धर्मांतरण की साजिश, न्यू इयर की शाम जुटाई थी भीड़. अम्बामुलिया निवासी मनीष और उसकी पत्नी मनीषा पर प्रतिबंधात्मक धाराओं में किया गया है. मनीष NGO चलाता है और ईसाई धर्म का प्रचारक भी है. #AAYUDH #Conversion pic.twitter.com/pKAR9eSkgN
— Aayudh (@AayudhMedia) January 2, 2022
हिंदू जागरण मंच का आरोप
हिंदू जागरण मंच ने इस बारे में सूचना देकर पुलिस को बुलाया था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। आरोपी मनीष के बारे में जानकारी मिली है कि वह एक एनजीओ का संचालनन करता है। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उसने लोगों को धर्मांतरण के लिए जमा किया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि नए साल की पार्टी पर आदिवासियों को एक बड़े ग्राउंड में इककट्ठा करने के पीछे की मंशा अभी तक स्पष्ट नहीं है।