प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर और त्रिपुरा दौरे पर हैं। उन्होंने इंफाल में कई परियोजनाओं का उपहार दिया है। प्रधानमंत्री ने यहां 4 हजार 800 करोड़ रुपए की 22 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान मोदी ने एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अब से कुछ दिन बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले 50 वर्ष पूरे हो जाएंगे। इसी समय देश आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृतोत्सव वर्ष मना रहा है। यह काफी प्रेरणादायी संयोग है।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान विरोधी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग सत्ता पाने के लिए मणिपुर को अस्थिर करना चाहते हैं। वे उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें कब अशांति का खेल खेलने का अवसर मिले लेकिन यहां के लोग उन्हें पहचान चुके हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले लोग यहां आना तो चाहते थे, लेकिन आने का कोई सही साधन नहीं था, अब लोग यहां आसानी से पहुंच रहे हैं।
People of Manipur welcoming Hon'ble Prime Minister Shri @NarendraModi Ji.
This is an unprecedented scene of immense affection, love and trust.#ManipurWelcomesModiJi pic.twitter.com/V4cS2ljlJ4
— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 4, 2022
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने मणिपुर में ऐसी मजबूत सरकार बनाई है, जो पूरे दमखम से चल रही है। ये आपके कारण हुआ है।
संबोधन की खास बातें
- 21वीं सदी का ये दशक मणिपुर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पहले की सरकारों ने बहुत समय गंवा दिया। अब हमें एक पल भी नहीं गंवाना है। हमें मणिपुर में स्थिरता भी रखनी है और मणिपुर को विकास की नई ऊंचाई पर भी पहुंचाना है।और ये काम, डबल इंजन की सरकार ही कर सकती है।
- आज डबल इंजन की सरकार के निरंतर प्रयास की वजह से इस क्षेत्र में उग्रवाद और असुरक्षा की आग नहीं है, बल्कि शांति और विकास की रोशनी है। पूरे नॉर्थ ईस्ट में सैकड़ों नौजवान, हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं।
- जिन समझौतों का दशकों से इंतजार था, हमारी सरकार ने वो ऐतिहासिक समझौते भी करके दिखाए हैं। मणिपुर ब्लॉकेड स्टेट से इंटरनेशनल ट्रेड के लिए रास्ते देने वाला स्टेट बन गया है। मणिपुर देश के लिए एक से एक नायाब रत्न देने वाला राज्य रहा है।
- यहां के युवाओं ने, और विशेषकर मणिपुर की बेटियों ने पूरी दुनिया में भारत का झंडा उठाया है, गर्व से देश का सर ऊंचा किया है। विशेषकर आज देश के नौजवान, मणिपुर के खिलाड़यों से प्रेरणा ले रहे हैं।
- हमने पूर्वोत्तर के लिए ‘एक्ट ईस्ट’ का संकल्प लिया है। ईश्वर ने इस क्षेत्र को इतने प्राकृतिक संसाधन दिये हैं, इतना सामर्थ्य दिया है।
- यहां विकास की, टूरिज्म की इतनी संभावनाए हैं। नॉर्थ ईस्ट की इन संभावनाओं पर अब काम हो रहा है। पूर्वोत्तर अब भारत के विकास का गेटवे बन रहा है।
- हमारी सरकार की सात वर्षों की मेहनत पूरे नॉर्थ ईस्ट में दिख रही है, मणिपुर दिख रही है। आज मणिपुर बदलाव का एक नई कार्य-संस्कृति का प्रतीक बन रहा है।
- ये बदलाव हैं- मणिपुर के कल्चर के लिए केयर के लिए। इसमें कनेक्टिविटी को भी प्राथमिकता है, क्रिएटिविटी का भी उतना ही महत्व है।
- मैं जब प्रधानमंत्री नहीं बना था, उससे पहले भी अनेकों बार मणिपुर आया था। मैं जानता था कि आपके दिल में किस बात का दर्द है। इसलिए 2014 के बाद मैं दिल्ली को, भारत सरकार को आपके दरवाजे पर लेकर आ गया।
- आज जिन योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, उनके साथ ही मैं आज मणिपुर के लोगों का फिर से धन्यवाद भी करूंगा। आपने मणिपुर में ऐसी स्थिर सरकार बनाई, जो पूरे बहुमत से, पूरे दमखम से चल रही है। ये आपके एक वोट के कारण हुआ।
- देश के लोगों में आजादी का जो विश्वास, यहां मोइरांग की धरती ने पैदा किया, वो अपने आप में एक मिसाल है।
- जहां नेताजी सुभाष की सेना ने पहली बार झंडा फहराया, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतन्त्रता का प्रवेश द्वार कहा, वो नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है।