दिवाली के बाद कोरोना संक्रमण के बढते आंकड़ों ने पूरे देश के साथ ही महाराष्ट्र सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। अगर इसी तरह यह महामारी बढ़ती रही तो राज्य में लॉकडाउन के आलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। हालांकि संक्रमण के नियंत्रण में रहने पर लॉकडाउन की जरुरत नहीं पड़ेगी।
निर्णय 8-10 दिन में
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि अगले 8-10 दिनों में परिस्थिति को देखते हुए सरकार निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो राज्य में फिर से लॉकडाउन लागू किया जा सकता है। जूनियर पवार ने कहा कि दिवाली मनाने के लिए लोग जमा हुए थे। इससे पहले गणेशोत्सव के दौरान भी लोगों की भीड़ हुई थी और वे एक दूसरे से संपर्क में आए थे। इस वजह से कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में वृद्धि देखी जा रही है। हम हालात पर नजर रखे हुए हैं और लॉकडाउन के बारे में 8-10 दिन में फैसला किया जाएगा।
दिशानिर्देश तैयार
राज्य सरकार ने दिशानिर्देश तैयार किए हैं। उसमें शिक्षकों के कोविड टेस्ट का नियम अलग है। इस बारे में महानगरपालिका और जिला परिषद निर्णय ले सकती है। अजित पवार ने कहा कि परिस्थिति के अनुसार सरकार आगे का फैसला करेगी, अभी से ऐसी बात करना उचित नहीं है, जिससे लोगों में घबराहट फैले। उन्होंने लोगों से कोरोना से बचाव के दिशानिर्देशों पर अमल करने की अपील की है।
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राज्य के मंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात समेत अन्य मंत्रियों ने भी लोगों और शिक्षकों तथा विद्यार्थियों से कोरोना के खतरे के मद्देनजर नियमों के पालन करने की अपील की है।
Join Our WhatsApp Communityराज्यात आजपासून ९ वी ते १२ वीच्या शाळा सुरु झाल्या आहेत. कोरोनाचे संकट पहाता मास्क लावणे, हात धुणे, सुरक्षित अंतर ठेवणे या त्रिसुत्रीचा अवलंब करणे गरजेचे आहे. कोरोनापासून बचावासाठी खबरदारी हाच पर्याय आहे.
— Balasaheb Thorat (@bb_thorat) November 23, 2020