अमरावती शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाए जाने से तनाव का माहौल है। राजापेठ फ्लाईओवर से छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाए जाने के कारण यहां तनाव बढ़ गया है। साथ ही लहूजी एसोसिएशन की ओर से अमरावती में जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने लोकशाहिर अन्नाभाऊ साठे की प्रतिमा लगाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने इस कोशिश को भी नाकाम कर दिया है। लेकिन इन दो घटनाओं के कारण शहर में भारी तनाव है।
शिवाजी महाराज की प्रतिमा को निर्दलीय विधायक रवि राणा ने राजमाता जिजाऊ के जन्मदिन पर कथित रुप से बिना अनुमति के बनवाया था। बाद में पुलिस ने अनधिकृत रुप से स्थापित किए जाने का हवाला देते हुए प्रतिमा को हटा दिया। उसके बाद शहर में माहौल गरमा गया है।
सांसद और विधायक हाउस अरेस्ट
बताया जा रहा है कि तनाव को देखते हुए विधायक रवि राणा और सांसद नवनीत राणा को पुलिस ने शंकरनगर स्थित उनके आवास पर हाउस अरेस्ट कर रखा है। इसके विरोध में बड़ी संख्या में युवा स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ता उनके घर के सामने जमा हो गए हैं। बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और रवि राणा के घर के दोनोें ओर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। इस कारण उनके घर के बाहर कार्यकर्ता काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं। कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।
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ठाकरे सरकार की तानाशाही
विधायक रवि राणा ने इस बारे में एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा है, “ठाकरे सरकार ने हमारे देवता छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को हटाकर अपना तानाशाही रवैया दिखाया है। सांसदों और विधायकों को आतंकवादी करार दिया जाता है। हमारे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस तरह ठाकरे सरकार छत्रपति का अपमान कर रही है।”