“कोरोना जांच में न करें ढिलाई!” केंद्र ने दिया राज्यों को निर्देश, ये हैं कारण

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केंद्र ने पिछले कुछ दिनों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना जांच में गिरावट को गंभीरता से लिया है। इसका कारण यह है कि देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने इस संबंध में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजा है।  क्योंकि कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना टेस्ट में गिरावट आई है।

इंडियन मेडिकल रिसर्च काउंसिल  ने 10 जून को कोरोना टेस्टिंग के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं, जिसमें कोरोना संक्रमण का जल्द पता लगने के बाद मरीजों को तुरंत आइसोलेशन और इलाज की जरूरत है।

इस बीच पिछले 24 घंटे में देश में 2,38,018 मरीज मिले हैं। महाराष्ट्र के अलावा केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

देश में कोरोना संक्रमण दर

15 प्रतिशत

देश में साप्ताहिक संक्रमण दर करीब 15 प्रतिशत है। 18 जनवरी को यह 14.33 प्रतिशत पाई गई।

‘स्टेरॉयड के इस्तेमाल से बचें’
कोरोना मरीजों के उपचार में स्टेरॉयड के उपयोग से बचना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि यदि मरीजों को लगातार खांसी हो तो अन्य परीक्षण किया जाना चाहिए। केंद्र ने एक नई गाइडलाइन में कहा है कि इसके इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए, क्योंकि स्टेरॉयड के इस्तेमाल से ब्लैक फंगस समेत अन्य संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है।

महाराष्ट्र में राहत की बात

39,207 नए मरीज, 53 की मौत
महाराष्ट्र में कोरोना के प्रकोप में कमी राहत की बात है। एक दिन में 39,207 नए मरीज मिले और 53 की मौत हुई। पिछले 24 घंटे में पनवेल 1123, नासिक सिटी 1585, अहमदनगर 829, पुणे सिटी 6398, शेष पुणे जिला 2219, पिंपरी-चिंचवड़ 2962, नागपुर 1934 नए मरीज दर्ज किए गए, जबकि राज्य में 38,424 मरीज स्वस्थ हो गए।

मुंबई

12,810 मरीज स्वस्थ
मुंबई में 18 जनवरी को 6,149 नए मरीज मिले और 7 की मौत हो गई। कोरोना के नए मरीजों की अपेक्षा स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। 19 जनवरी को 12,810 मरीज स्वस्थ हुए। पिछले कुछ दिनों से शहर में हर दिन मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन संक्रमण की दर में गिरावट आई है। 18 जनवरी को नए मिले 6,149 मरीजों में से 575 को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि उनमें से 95 को ऑक्सीजन दी गई। प्रतिदिन मरीजों की संख्या घटने से उपचार कराने वाले मरीजों की संख्या घटकर 44,000 रह गई है। अस्पताल में 5,265 मरीज हैं और लगभग 38,000 बेड खाली हैं। शहर में 18 जनवरी को जिन सात मरीजों की मौत हुई, उनमें से पांच की उम्र 60 साल से अधिक थी। मृत मरीजों में से छह को पुरानी बीमारी थी।

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