महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि 24 जनवरी से राज्य के स्कूलों को खोलने की अनुमति दी गई है। उसके बाद स्कूलों में टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। टोपे ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। राजेश टोपे ने मीडिया से यह भी कहा कि बच्चों के टीकाकरण को लेकर भ्रमित होने का कोई कारण नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “कैबिनेट की बैठक में कोरोना की स्थिति पर प्रस्तुति दी गई। इसके बाद इस पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में टीकाकरण पर जोर दिया गया। आज भी राज्य के कुछ जिले वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक के मामले में पीछे हैं। बैठक में चर्चा की गई कि टीकाकरण को लेकर उन जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ”
24 जनवरी खुलेंगे स्कूल
राजेश टोपे ने कहा, “24 जनवरी से, राज्य के सभी स्कूल फिर से खोल दिए जाएंगे। जिला कलेक्टर, अभिभावक मंत्री, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और शिक्षा अधिकारी को परामर्श से किस तालुका में कौन-सा स्कूल शुरू करना है, यह तय करना चाहिए। हालांकि, बैठक में स्कूल शुरू करने का फैसला लिया गया है।”
पूरी सावधानी बरतने की सलाह
उन्होंने कहा, “स्कूल में 15 से 18 वर्ष यानि नौवीं, दसवीं और ग्यारहवीं कक्षा के बच्चों का टीकाकरण करने का निर्णय लिया गया है। कैबिनेट की बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि स्कूल में बच्चों का टीकाकरण करते समय पूरी सावधानी बरती जाए।”
इसलिए लिया गया स्कूल शुरू करने का निर्णय
टोपे ने जाानकारी देते हुए कहा, “15 से 18 वर्ष की आयु के 50 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाया गया है। वह अब निश्चित रूप से गति प्राप्त करेगा। स्कूल शुरू होने चाहिए। स्कूल शुरू करने का निर्णय इस आधार पर लिया गया है कि इससे बच्चों की शिक्षा और मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। टास्क फोर्स ने भी इसकी सहमति दे दी है। ”
बच्चों के माता-पिता से अपील
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “टीकाकरण को लेकर माता-पिता को भ्रमित होने का कोई कारण नहीं है। दुनिया भर में बच्चों का टीकाकरण शुरू हो गया है। वर्तमान में, केवल 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसलिए, टीकाकरण के बारे में भ्रमित होने का कोई कारण नहीं है। ”