धन उगाही प्रकरण की जांच कर रहे चांदीवाल आयोग के समक्ष शुक्रवार को निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने पूर्व गृहमंत्री से पूछताछ की। इस पूछताछ में सचिन वाझे ने अनिल देशमुख से उनके राजनीति में आने, मंत्री बनने, गृहमंत्री बनने संबंधी कई प्रश्न किए। इस प्रकरण के दोनों ही आरोपी इस समय अंदर हैं। अब इस मामले की सुनवाई सोमवार को भी जारी रहेगी।
पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने चांदीवाल आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश कैलाश चांदीवाल से अनिल देशमुख से खुद पूछताछ की अनुमति मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद सचिन वाझे ने अनिल देशमुख से उनके राजनीति में आने, मंत्री बनने, गृहमंत्री बनने संबंधी सवाल किए। सचिन वाझे ने अनिल देशमुख से गृह विभाग के कामकाज की जानकारी के बारे में भी सवाल किया और अनिल देशमुख ने इन सभी सवालों का शांत होकर जवाब दिया।
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सचिन वाझे के सवाल का जवाब देते हुए अनिल देशमुख ने चांदीवाल आयोग को बताया कि जब उन पर वसूली का आरोप लगा तो उन्होंने ही इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री से मांग की थी। इस आयोग का गठन की जानकारी उन्हें बाद में पता चली थी जबकि सचिन वाझे का सवाल था कि चांदीवाल आयोग का गठन उनके इशारे पर किया गया। अनिल देशमुख ने कहा कि वे चांदीवाल आयोग गठन किए जाने के निर्णय में शामिल नहीं थे।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य देने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसकी जांच के लिए चांदीवाल आयोग का गठन किया था। जानकारी मिली है कि चांदीवाल आयोग फरवरी महीने अंत तक जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी।
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