भारतीय जनता पार्टी के नेता किरिट सोमैया का मंत्रालय की कुर्सी पर बैठना अधिकारी के लिए भस्मासुर का हाथ हो गया। अब मंत्रालय के नगर विकास विभाग के अधिकारी पर निलंबन की तलवार लटक रही है। इस घटना के विषय में जिसे भी पता चलता है, वही कहता है कि, अधिकारी के लिए सम्मान में कुर्सी उपलब्ध कराना कुर्सी का क्रूर खेल हो गया है। इस संदर्भ में नगरविकास विभाग द्वारा किरिट सोमैया को नोटिस जारी करने की जानकारी मिली है।
महाराष्ट्र में भाजपा के पूर्व सांसद किरिट सोमैया के प्रति महाविकास आघाड़ी में बड़ा आक्रोश है। इसका कारण है, किरिट द्वारा श्रृंखलाबद्ध रूप से एक के बाद एक नेता के भ्रष्टाचार की फाइलें खोलना। इन फाइलों के आधार पर जो कुछ भी किरिट सोमैया आरोप लगाते रहे हैं, वह कितनी सच हैं यह जांच का विषय है। परंतु, किरिटी सोमैया को लेकर सत्ता पक्ष का अक्रोश एक अधिकारी की नौकरी पर बन आया है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस संबंध में मुख्य सचिव देबाशीष चक्रवर्ती को आदेश दिया है कि वह संबंधित अधिकारी पर निलंबन की कार्रवाई करें। इसके अलावा नगरविकास विभाग ने अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिया है, इसके अलावा किरिट सोमैया को भी नोटिस देने की बात सामने आई है।
फोटो ने कर दिया वांदा
किरिट सोमैया की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें वे मंत्रालय के नगर विकास विभाग के एक अधिकारी की कुर्सी पर बैठे हैं। उनके बगल में अधिकारी खड़े हैं। फोटो में सभी का हंसता चेहरा दिख रहा है। यह फोटो किसी ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दी। जिसके बाद हड़कंप मच गया।
भ्रष्टाचार के आरोपों से नेताओं को घेरनेवाले किरिट सोमैया पर सरकारी गोपनीयता भंग करने का प्रकरण दर्ज करने की मांग होने लगी है। जबकि संबंधित अधिकारी को निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी सूत्रों ने दी है।
राकांपा और कांग्रेस आक्रामक
रांकापा नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि, सरकारी कार्यालय में जाकर फाइलों की पड़ताल करना गंभीर प्रकरण है। इसके लिए कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। एक मराठी चैनल को दिये साक्षात्कार में उन्होंने यह कहा है। इसके अलावा कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने कहा है कि किरिट सोमैया किस अधिकार के अंतर्गत वहां गए थे। इसके अलावा जिस प्रकार से वे नगरविकास विभाग के फाइल की पड़ताल कर रहे हैं, उसका जांच होनी चाहिए। किरिट सोमैया ने क्या आरटीआई कानून के अंतर्गत अनुमति ली थी, इसकी जांच होनी चाहिए। यदि नहीं ली होगी तो उन पर सरकारी गोपनीयता भंग करने का प्रकरण दर्ज होना चाहिए।
कुछ भी करो, घोटालेबाजों का भंडाफोड़ करुंगा ही
अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर किरिट सोमैया ने कहा है कि, सरकार जो भी कार्रवाई करना हो करे, वे घोटालेबाजों का भंडाफोड़ करेंगे ही।