पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सेना के दो कैंपों पर हमला किया गया है। विद्रोहियों ने 2 फरवरी की रात इन कैंपों पर हमला कर दिया। बलूच विद्रोही संगठन ने दावा किया है कि इस हमले में 50 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। हालांकि पाकिस्तान की इमरान सरकार ने बलूच विद्रोही संगठन के इस दावे को खारिज करते हुए मात्र 4 सैनिकों के मारे जाने की बात कही है। पाकिस्तान सरकार ने उल्टा दावा किया है कि 15 विद्रोही मारे गए हैं। हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स में 100 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की बात कही जा रही है।
बलूचिस्तान में चीन की ओर से बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है। इस स्थिति में यह हमला सरकार की चिंता बढ़ाने वाला है। इस हमले के बीच इमरान खान विंटर ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चीन रवाना हो गए हैं।
क्लियरेंस ऑपरेशन चलाने का दावा
पाक सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर ने कहा है कि सेना ने क्षेत्र में क्लियरेंस ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इस ऑपरेशन में विद्रोहियों का सफाया किया जाएगा।
पहले भी हुए हैं हमले
इससे पहले ग्वादर में भी विद्रोही समूह ने हमला किया था। इसमें 10 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इस बंदरगाह का निर्माण चीन की मदद से किया जा रहा है। यह चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर का भी हिस्सा है। पिछले कुछ वर्षों में बलूचिस्तान मे विद्रोही संगठन की शक्ति बढ़ी है और पाकिस्तानी सेना पर हमले बढ़े हैं। वे चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर का विरोध कर रहे हैं।