मध्य रेल के मुंबई मंडल में आरपीएफ कांस्टेबल के रूप में कार्यरत अनिल कुमार को उनकी बहादुरी के लिए प्रतिष्ठित सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार के अंतर्गत एक पदक, केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा हस्ताक्षरित एक प्रमाण पत्र और एक मौद्रिक भत्ता अनिल कुमार को संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों, संगठनों और राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा।
इस कारनामे के लिए मिला पदक
मध्य रेल मुंबई के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आरपीएफ कांस्टेबल के रूप में कार्यरत अनिल कुमार को 3 दिसंबर 2019 को ठाणे स्टेशन पर यात्रियों के सामान की होने वाली चोरी की रोकथाम और चोरी हुए सामान का पता लगाने के लिए नियुक्त किया गया था। रात 10.29 बजे उन्होंने देखा कि एक मेल- एक्सप्रेस ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 7 के पास आ रही है और एक व्यक्ति ट्रैक से प्लेटफॉर्म पर चढ़ने के लिए कोशिश कर रहा है। प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर ड्यूटी पर तैनात अनिल कुमार संभावित खतरे को देखते हुए पटरियों पर कूद गए और चंद सेकंड में उस व्यक्ति को उठाकर प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित ले आए।
पदक पाने वाले छह लोगों में शामिल
अनिल कुमार उन 6 व्यक्तियों में से एक हैं, जिनका नाम भारत के राष्ट्रपति द्वारा सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए अनुमोदित किया गया है। अनिल को उनकी बहादुरी के लिए मिले इस पुरस्कार ने सम्पूर्ण मध्य रेल को गौरवान्वित किया है। जीवन रक्षक पदक श्रृंखला के पुरस्कार एक व्यक्ति को किसी व्यक्ति के जीवन की रक्षा करने जैसे मानवीय स्वभाव के सराहनीय कार्य के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों, सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक के रूप में दिया जाता है।