प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 फरवरी को मेडिकलकर्मियों और कोरोना योद्धाओं का महामारी के दौरान किए गए कार्यों के लिए अभिनंदन करते हुए कहा कि विपक्ष चाहता तो वैक्सीन को लेकर देश की उपलब्धियों को गर्व के साथ प्रस्तुत कर सकता था।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लाखों गरीबों के घर बने, हजारों लोगों के घर में नल से जल पहुंचा और देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज दिया गया। कोरोना काल में कृषि क्षेत्र में रिकॉर्ड उत्पादन हुआ और एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीद की गई। खिलाड़ियों ने देश का परचम दुनिया में लहराया। युवाओं ने परिश्रम से स्टार्टअप में भारत को दुनिया तीसरे स्थान पर पहुंचाया। विपक्ष चाहता तो इन उपलब्धियों को दुनिया के सामने रख सकता था।
आजादी का ‘अमृत महोत्सव’ एक महत्वपूर्ण कालखंड
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि आजादी का ‘अमृत महोत्सव’ एक महत्वपूर्ण कालखंड है। आज देश के नेताओं को अपना और देश का ध्यान 25 सालों में देश कैसे आगे बढ़े, इस पर केन्द्रित करना चाहिए। इससे जो संकल्प उभरेंगे, उसमें सामूहिक भागीदारी होगी और सबकी उन्नति सुनिश्चित होगी। इससे देश पिछले 75 साल की गति से कई गुना तेजी से आने वाले 25 सालों में बढ़ेगा।