इसलिए 7 नवंबर को मनाया जाए राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस! राष्ट्रपति ने दिया सुझाव

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 फरवरी को डॉ. आंबेडकर के रत्नागिरी जिले के मूलगांव आंबडवे का दौरा किया था।

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 7 नवंबर से अपनी पढ़ाई शुरू की थी, इसलिए इस दिन को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाना चाहिए।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 फरवरी को डॉ. आंबेडकर के रत्नागिरी जिले के मूलगांव आंबडवे का दौरा किया था। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि 6 दिसंबर को डॉ आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिन के रूप में, 26 नवंबर संविधान दिन के रूप में, 14 अप्रैल जयंती दिन के रूप में मनाया जाता है। 7 नवंबर 1900 को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पहली बार स्कूल गए थे, इसलिए इस दिन को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिन के रूप में मनाया जाना चाहिए।

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के जीवन से संबंधित 5 स्थानों को पंचस्थली का नाम दिया गया
राष्ट्रपति ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के जीवन से संबंधित 5 स्थानों को पंचस्थली का नाम दिया गया है। इनमें उनकी जन्मभूमि, नागपुर की दीक्षाभूमि, दिल्ली स्थित परिनिर्वाण स्थल, मुंबई की चैत्यभूमि और लंदन में आंबेडकर मेमोरियल होम शामिल है।

राष्ट्रपति ने कहा कि वे केंद्र सरकार को सूचित करते हैं कि डॉ. बाबासाहेब के गांव आंबडवे गांव में स्थित स्मारक को भी तीर्थस्थल के रूप में घोषित किया जाए।

राष्ट्रपति ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर दिया जोर
मैं चाहूंगा कि भारत के अन्य ग्रामीण अंचलों में भी विकास और आत्मनिर्भरता का प्रसार हो। जब हमारे गांव आत्मनिर्भर होंगे तभी सही अर्थों में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का संकल्प पूरा होगा।

ये भी रहे उपस्थित
इस अवसर पर राष्ट्रपति की धर्मपत्नी सविता कोविंद, राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश भूषण गवई, परिवहन मंत्री अनिल परब, राज्यमंत्री संजय बनसोडे, सांसद सुनील तटकरे आदि उपस्थित थे।

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