दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल निर्माता हुंडई मोटर कंपनी की पाकिस्तानी शाखा द्वारा कश्मीर की स्वतंत्रता का समर्थन किए जाने के बाद विवादों में आने के बाद अब उसकी सहायक कंपनी किआ मोटर्स कॉर्पोरेशन भी इसी बात को लेकर ट्रोल हो गई है। किआ( केआईए) मोटर्स कॉर्पोरेशन के पाकिस्तानी डीलर ने कश्मीर के एकजुटता दिवस पर ट्वीट कर स्वतंत्र कश्मीर को अपना समर्थन दिया। इस घटना के प्रकाश में आने के बाद कंपनी की परेशानी बढ़ती दिख रही है।
पाकिस्तान के हैदराबाद स्थित किआ मोटर्स की शोरूम ने एक ट्वीट में कश्मीर दिवस के समर्थन में ट्वीट किया और कहा कि वह कश्मीर की आजादी के लिए कश्मीरी भाइयों के समर्थन में खड़ा है। उसने ट्वीट करते हुए लिखा, हम कश्मीर की आजादी के लिए एकजुट हैं- #KashmirDay #5Feb।”
पाकिस्तान के किआ डीलर के इस ट्वीट के बाद भारत में नेटिजंस भड़क गए हैं और वे मूल कंपनी से ये पूछ रहे हैं कि क्या वह पाकिस्तानी किआ डीलर के ट्वीट का समर्थन करती है। जैक रेड्डी नामक एक यूजर ने इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई है।
I guess it’s time sell my car. Sigh.
Hyundai & Kia want ‘Freedom’ for Kashmir…
Goes to show just how well connected and deep the ecosystem is.
— Megamind (@Megamind_MP) February 6, 2022
एक अन्य यूजर ने कहा कि किआ का कश्मीर पर पक्ष लेना गलत है, जहां 1990 में हिंदुओं का नरसंहार किया गया था।
#BoycottKiaMotors@Kia_Worldwide is it correct to take sides on Kashmir, a place which has seen GENOCIDE of HINDUS by Muslims of that place time & again, especially on #January191990 ?
Shame on you for your love of that country which breeds terrorists.@KiaInd @PMOIndia— Rati #ProtectWithPen (@ratihegde) February 6, 2022
इसी तरह, कई भारतीयों ने हुंडई के साथ-साथ किआ के बहिष्कार का आह्वान किया और कहा कि देश की संप्रभुता व्यापार और अन्य दूसरे संबंधों से अधिक महत्वपूर्ण है।
Kia motors – as controlled by parent company Hyundai – also posted for freedom and solidarity of Kashmir!
This is uncalled for and heights of testing Indian sentiment and consumerism! pic.twitter.com/Q7SaRDniHU
— Sanskar Rao🇮🇳 (@SanskarBarot) February 6, 2022
हुंडई ने जताया था खेद
इससे पहले कार निर्माता कंपनी हुंडई की पाकिस्तान शाखा द्वारा कश्मीर को लेकर सोशल मीडिया पर एक भारत विरोधी पोस्ट जारी करने के संबंध में दक्षिण कोरिया की सरकार ने अफसोस जाहिर किया था। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग यूइयोंग ने 8 फरवरी को विदेश मंत्री एस. जयशंकर को फोन कर भारत और भारतवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली इस पोस्ट पर खेद व्यक्त किया था।
भारत में कड़ी प्रतिक्रिया
कश्मीर के लोगों के साथ गत 5 फरवरी को अपनी एकजुटता प्रदर्शित किए जाने संबंधी इस पोस्ट के प्रसारित होने पर भारत में तीव्र प्रतिक्रिया हुई थी तथा इस कंपनी के बहिष्कार को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान चला था।
विदेश मंत्रालय ने कोरिया के राजदूत को तलब
विवाद के तूल पकड़ने पर विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित दक्षिण कोरिया के राजदूत को 7 फरवरी को तलब कर गहरी नाराजगी जाहिर की थी। इसके साथ ही सियोल स्थित भारतीय राजदूत ने वहां इस कार निर्माता कंपनी के मुख्यालय से संपर्क कर जवाब तलब किया था। बाद में इस आपत्तिजनक पोस्ट को सोशल मीडिया से हटा दिया गया था।
दिया था आश्वासन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस विवाद के संबंध में कहा था कि नई दिल्ली स्थित दक्षिण कोरिया के राजदूत से कहा गया कि यह मामला भारत की क्षेत्रीय अखंडता से जुड़ा है तथा इस संबंध में कोई समझौता नहीं हो सकता। भारत को यह उम्मीद है कि कंपनी इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएगी।
निवेश का स्वागत..
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री और एस. जयशंकर ने इस विवाद पर चर्चा करने के साथ ही अन्य विपक्षी मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया था। भारत की ओर से स्पष्ट किया गया था कि वह विभिन्न क्षेत्रों में विदेशी कंपनियों के निवेश का स्वागत करता है। लेकिन, भारत की यह अपेक्षा है कि उसकी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता के बारे में यहां कार्यरत विदेशी कंपनियां गलत और भ्रामक टिप्पणियों से दूर रहें।