वरिष्ठ समाजसेवक व स्वतंत्रता सेनानी अन्ना हजारे ने वाइन बिक्री के विरोध में 14 फरवरी से अनशन करने का फैसला स्थगित कर दिया है। अन्ना हजारे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की प्रधान सचिव वल्सा नायर ने इस मामले में फिर से विचार किए जाने का आश्वासन दिया है, इसलिए उन्होंने 14 फरवरी से प्रस्तावित अनशन स्थगित किया है।
अन्ना हजारे ने 13 फरवरी को अहमदनगर में पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्र सरकार की प्रधान सचिव वल्सा नायर उनसे मिलीं। अन्ना हजारे ने कहा कि वे आजीवन जनता के लिए लड़ते रहे हैं। राज्य सरकार का यह निर्णय देश की युवा शक्ति को नशे की लत की ओर धकेलने वाला है। वे नहीं चाहते कि हमारी युवा शक्ति बर्बाद हो। अन्ना ने कहा कि राज्य में सरकार लोकशाही तरीके से नहीं चल रही है।
आश्वासन मिलने के बाद लिया निर्णय
अन्ना हजारे ने कहा कि प्रधान सचिव ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वाइन बिक्री के बारे में सभी अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों की सलाह मंगवाई जाएगी। इसके बाद तीन महीने में इस संदर्भ में जनता के सुझाव पर निर्णय लिया जाएगा। इसी वजह से उन्होंने अपना अनशन स्थगित किया है। अन्ना हजारे ने सभी ग्रामसभाओं से सरकार के वाइन बिक्री के निर्णय का विरोध करने की अपील की है।