यूक्रेन सीमा पर तैनात रूसी सेना में विवाद के बीच यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों में झड़प के बाद गोलीबारी हो गई। वहीं रूस ने पश्चिम देशों पर युद्ध भड़काने का आरोप लगाया है। ऐसे में यूक्रेन पर रूस के हमले की स्थिति में ये विद्रोही भी अपने कब्जे वाले इलाके से आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे। ये विद्रोही अपने कब्जे वाले इलाके में मोर्चाबंदी किए हुए हैं।
उधर, यूक्रेन की सीमा से रूसी सेना के हटने की खबरों को अमेरिका ने गलत बताते हुए कहा कि सेटेलाइट की तस्वीरों से यह बात सामने आई है कि रूस का दावा गलत है। अमेरिका ने रूस के सैनिकों की वापसी की घोषणा को गलत करार दिया है।
पश्चिमी देशों का आरोप
अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर रूसी सेना अपनी तैयारियां बढ़ा रही है। पहले की तुलना में वहां अधिक बख्तरबंद गाडि़यां, अटैक हेलीकॉप्टर और फील्ड हॉस्पिटल देखे जा रहे हैं। करीब सात हजार से ज्यादा सैनिक सीमा के बिलकुल नजदीक देखे गए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हम यूक्रेन सीमा पर नजर रखे हुए हैं। वहां रूस की तैनाती कम होने के कोई सुबूत नहीं है।
रूसी सेना को लेकर ऐसा दावा
रूस के नजदीक स्थित नाटो के सदस्य देश एस्टोनिया ने कहा है कि रूसी सेना के 10 हमलावर दस्ते यूक्रेन की सीमा के नजदीक पहुंच गए हैं। एस्टोनिया के खुफिया मामलों के प्रमुख मिक मारन ने दावा किया है कि यूक्रेन की सीमाओं पर करीब 1,70,000 रूसी सैनिक मौजूद हैं। हमले की स्थिति में शुरुआत मिसाइल हमले, बमबारी और उसके बाद महत्वपूर्ण स्थानों पर कब्जे से होगी।
रूस ने जारी किया वीडियो
उधर रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन के नजदीकी इलाकों में सैन्य अभ्यास के बाद सैनिकों को अब वापस बुलाया जा रहा है। उनकी वापसी में कुछ दिन का समय लग सकता है। रक्षा मंत्रालय ने रूसी सैनिकों और टैंकों के लौटने का वीडियो भी जारी किया है लेकिन पश्चिमी देशों का दावा है कि यह वीडियो 2014 का क्रीमिया पर रूसी कब्जे के बाद का है। इस बीच यूक्रेन ने बेलारूस सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ाई है। इस सीमा से भी रूस की तरफ से हमला होने की आशंका है। इस आशंका के बीच यूक्रेन के लोग अपना हौसला बुलंद किए हुए हैं। वे राष्ट्रध्वज लहराते हुए देशभक्ति के गीत गा रहे हैं और एकजुटता प्रदर्शित कर रहे हैं।
नाटो बढ़ा रहा है सैनिकों की संख्या
रूस के तेवरों में कोई कमी नहीं देख नाटो ने बुल्गारिया, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में सैन्य तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। ये सभी देश पूर्व में रूस के मित्र देश थे। अमेरिका पोलैंड और रोमानिया में पांच हजार अतिरिक्त सैनिक भेजने की घोषणा कर चुका है। ब्रिटेन भी एस्टोनिया में अपने सैनिकों की संख्या दो गुनी करने और वहां पर टैंक व बख्तरबंद वाहन भेजने की घोषणा कर चुका है।
अमेरिकी दूतावास के उप प्रमुख बार्ट गोरमन को रूस ने बाहर निकाला
रूस ने 18 फरवरी को मास्को स्थित अमेरिकी दूतावास के उप प्रमुख बार्ट गोरमन को देश से निष्कासित कर दिया है। रूस ने यह कदम यूक्रेन मसले पर अमेरिका के साथ बनी तनाव की स्थिति के बीच उठाया है। रूसी सरकार के प्रवक्ता जेसन रेबहोज ने वरिष्ठ राजनयिक के निष्कासन के फैसले के पीछे कोई कारण नहीं बताया है। रूस के सुरक्षा प्रस्ताव पर अमेरिका के कोई जवाब न देने से रूस नाराज है।