हिजाब पर चल रहे विवाद ने अब हिंसक रूप धारण कर लिया है। कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के एक 23 वर्षीय युवक की हत्या के बाद यह मामला और बढ़ सकता है। कर्नाटक में इस हत्या को लेकर तनाव बढ़ता दिखा रहा है। फिलहाल शिमोगा में धारा 144 लागू कर स्थिति को नियंत्रण में रखने की कोशिश की जा रही है।
प्राप्त जानकारी मृतक युवक का नाम हर्ष था। वह बजरंग दल का कार्यकर्ता था। प्रदेश के गृह मंत्री अरागा जनेंद्र ने जिले के स्कूल-कॉलेज अगले दो दिनों तक बंद रखने का आदेश जारी किया है।
प्रदेश के गृह मंत्री ने दी जानकारी
कर्नाटक के गृह मंत्री ने बताया कि 4-5 युवकों ने मिलकर हर्ष की हत्या कर दी। अभी तक इस घटना के पीछे किस सगंठन का हाथ है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल शिमोगा में कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। हालांकि कुछ लोगों ने इस घटना के विरोध में प्रददर्शन किया और जिले के सीगेहट्टी में कुछ अन्य लोगों ने वाहनों में आग लगा दी। इस घटना ने पहले से जारीहिजाब विवाद में आग में घी डालने का काम किया है।
ट्रेंडिंगः जस्टिस फॉर हर्ष
इस बीच सोशल मीडिया पर जस्टिस फॉर हर्ष ट्रेंड होने लगा है।
What was his mistake 😢 ?
He just did the protest against Hijab in school and peaceful murdur£d him. Harsha was a Bajrang Dal boy and now he is no more in between us . 🕉️ Shanti #JusticeforHarsha pic.twitter.com/F8xoVBWXTM
— UP wale Bhaiya (@mard_tweetwala) February 21, 2022
हिजाब विवाद से क्या है संबंध
हर्ष की 20 फरवरी की रात करीब 9 बजे हत्या कर दी गई। उसके बाद क्षेत्र मे तनाव बढ़ गया है। युवक ने पिछले दिनों फेसबुक पर हिजाब से संबंधित एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उसने हिजाब का विरोध करते हुए भगवा गमछे का समर्थन किया था। पुलिस इसलिए इस मामले को हिजाब विवाद से जोड़कर देख रही है। हालांकि उसने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है।
यहां से शुरू हुआ विवाद
बता दें कि कर्नाटक के उड्डपी के कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब देश के कई प्रदेशों में फैल चुका है। यहां तक कि सोशल मीडिया पर इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वाद-विवाद शुरू हो गया है। कर्नाटक के कोपा के सरकारी स्कूल में छात्रों को भगवा गमछा लेकर हिजाब का विरोध किया था। बताया जा रहा है कि स्कूल प्रशासन ने ही भगवा पहनने की अनुमति दी थी। बजरंग दल हिजाब का खुलकर विरोध करता रहा है। दल के कर्नाटक संयोजक सुनील केआर ने इसे जिहाद बताया है, जबकि दल के कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर हिजाब के विरोध में प्रदर्शन किया है।