कर्नाटक के शिवमोग्गा में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या के बाद 21 फरवरी को जिले में निषेधाज्ञा लगा दी गई है। 26 वर्षीय बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की 20 फरवरी की देर रात शिवमोग्गा के सिगेहट्टी में हत्या कर दी गई थी।
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने मीडियाकर्मियों को बताया कि मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उन्होंने जांच के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
कौन हैें गिरफ्तार आरोपी?
गिरफ्तार तीन आरोपितों में से दो बेंगलुरु के बताये गये हैं। मिली जानकारी के आधार पर तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। इनमें से दो घटना के तुरंत बाद अपना सेल फोन बंद कर भाग गए थे। बताया जा रहा है कि दोनों को बेंगलुरु में उनके घरों से हिरासत में लिया गया। शिवमोग्गा के उपायुक्त सेल्वामणि आर. ने बताया कि इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है।
रात में कर दी हत्या
पेशे से दर्जी हर्ष रात का भोजन कर घर से बाहर निकला था। इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने उसकी हत्या कर दी। पोस्टमार्टम के बाद भारी पुलिस सुरक्षा के बीच मृतक के शव को उसके घर ले जाया गया। मौके पर बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता मौजूद थे। भारी सुरक्षा के बीच हर्ष का रोटरी श्मशान में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दिन भर इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही और अंतिम संस्कार के दौरान पथराव के बाद पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
स्कूल-कॉलेज बंद
गृह मंत्री के अनुसार एहतियात के तौर पर शहर की सीमा के भीतर स्कूल और कॉलेज दो दिनों के लिए बंद रहेंगे। मंत्री ने पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की और मामले में त्वरित कार्रवाई का वादा किया। इस क्रम में ज्ञानेंद्र ने वरिष्ठ पुलिस और जिला अधिकारियों से भी मुलाकात की। हत्या में करीब चार से पांच लोग शामिल हैं।
मुसलमानों पर आरोप
शिवमोग्गा से भाजपा नेता, ग्रामीण विकास मंत्री केएस ईश्वरप्पा के अनुसार युवक को “मुस्लिम गुंडों” ने मार डाला। उन्होंने कहा कि वह स्थिति का आकलन करने के लिए वे शिवमोग्गा जा रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि ‘गुंडागर्दी’ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केएस ईश्वरप्पा ने हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए एनआईए से जांच कराने की मांग की।
कांग्रेस ने की घटना की निंदा
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना पर गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं। स्वयं गृह मंत्री और मुख्यमंत्री शिवमोग्गा जिले से हैं। घटना में लिप्त अपराधियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
श्रीराम सेना के संयोजक ने की इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग
इसी बीच श्रीराम सेना के संयोजक प्रमोद मुतालिक ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की और एसडीपीआई, पीएफआई और सीएफआई समूहों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर केंद्र पर दबाव डालने की मांग की। उन्होंने राज्य में हिंसक गतिविधियों के लिए इन संगठनों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मृतक परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग की।
हिजाब पर विवाद
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में पहले से ही शिक्षण संस्थानों के अंदर मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने को लेकर विवाद चल रहा है।