कोरोना महामारी को मात देने के लिए मुंबई में बड़े पैमाने पर टीकाकरण जारी है। सभी लोगों को टीके लग सकें इसलिए मुंबई मनपा अपने वैक्सिनेशन सेंटरों पर अब निजी अस्पताल भी टीकाकरण अभियान चला सकेंगे। इसके चलते करीब सौ निजी अस्पतालों में कोरोना रोधी टीके की पड़ी लगभग तीन लाख खुराकों का सरलता से इस्तेमाल किया जा सकेगा।
मुंबई में सीएसआर फंड से लगनेवाले टीकों से सत प्रतिशत टीकाकरण में मददगार साबित होगा। इस उपक्रम में मनपा और निजी अस्पतालों के कर्मचारी काम करेंगे।
तीन लाख डोज एक महीने में हो जाएगी एक्सपायर
मुंबई में 16 जनवरी 2021 से टीकाकरण अभियान शुरू है। इस समय यहां 438 मनपा, निजी और सरकारी केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक 100 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों ने पहली और लगभग 98 प्रतिशत ने दूसरी खुराक पूरी कर ली है। टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद निजी अस्पतालों ने टीके की बड़ी खुराक ली थी। हालांकि आईसीएमआर की अनुमति से बड़ी संख्या में मनपा और सरकारी टीकाकरण केंद्र शुरू किए गए, जहां निशुल्क टीके लगाए जा रहे थे। जबकि निजी अस्पताल टीके की एक खुराक के लिए 780 रुपये वसूल रहे थे। इसके चलते लाभार्थी मनपा और सरकारी टीकाकरण केंद्रों की तरफ मुड़ गए। इस कारण निजी सेंटरों पर कोविशिल्ड की करीब तीन लाख टीके पड़े रहे, जिसका एक्सपायरी डेट महज एक महीने बचा हुआ है। ऐसे में निजी अस्पतालों को आर्थिक नुकसान के साथ ही डोज की बर्बादी का संकट पैदा हो गया था।
इसलिए लिया गया यह निर्णय
निजी अस्पतालों के समन्वयक डॉ. गौतम भंसाली के अनुसार निजी अस्पतालों की तरफ से प्रस्ताव दिया गया था कि एक्सपायरी डेट में एक माह बचे कोविशिल्ड के करीब तीन लाख खुराक को मनपा और सरकार ले और उसके बदले में एक वर्ष की एक्सपायरी वाला टीका दिया जाए। हालांकि डोज एक्सचेंज करना प्रत्यक्ष रूप में संभव नहीं था, जिसके चलते निजी अस्पतालों ने मनपा वैक्सिनेशन सेंटरों पर टीकाकरण करने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि मुंबई अस्पताल झुग्गी-झोपड़ियों में बीते कई महीनों से पात्र लाभार्थियों को टीके की निशुल्क खुराक उपलब्ध करा रहा है। हॉस्पिटल के माध्यम से अब तक करीब 20 हजार डोज दी जा चुकी हैं।