यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की का दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि हर कोई डर गया है और हमें (यूक्रेन को) रूस से लड़ने के लिए अकेले छोड़ दिया गया है। उन्होंने आत्मसमर्पण न करने और रूस से मुकाबला करने का संकल्प दोहराया है
हमले में 137 लोगों की मौत
रूस के आक्रमण के दूसरे दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हमले में यूक्रेन के 137 लोगों के मारे जाने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि दुनिया में हर कोई रूस से डर रहा है। उनके देश को रूस से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है। हमारे साथ लड़ने के लिए कोई नहीं खड़ा है। इसके बावजूद हम लड़ाई लड़ रहे हैं और लड़ेंगे। लगातार बढ़ रहे हमले के मद्देनजर यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अपने देश के आम लोगों को भी युद्ध के मैदान में पहुंचने का निर्देश जारी कर दिया है।
137 Ukrainian soldiers killed, 316 injured, since the Russian invasion began, Pres. Zelensky says tonight.
— Alex Marquardt (@MarquardtA) February 24, 2022
इस उम्र के लोगों के देश छोड़ने पर रोक
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सेना भर्ती खोलने का ऐलान किया था। दूसरे दिन उन्होंने आम लोगों की सैनिकों के तौर पर तैनाती का आदेश देते हुए 18 से 60 वर्ष के आयु के लोगों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है।
आत्मसमर्पण करने से इनकार
रूसी चेतावनियों के बावजूद यूक्रेन के सैनिक आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं। एक द्वीप पर यूक्रेन के 13 सैनिकों ने रूसी सेना के आगे आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद रूसी युद्धपोत ने उन्हें मार दिया।
यूक्रेन का दावा
इस बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूस के दो और एयरक्राफ्ट मार गिराए हैं। उसका दावा है कि अब तक रूस के सात एयरक्राफ्ट, छह हेलीकॉप्टर और 30 टैंकों को यूक्रेन की सेना द्वारा उड़ाया जा चुका है।