रूस के परमाणु रोधी बलों को अलर्ट पर रहने के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश देने वाले बयान को नाटो ने गैर जिम्मेदाराना बताया है। जाहिर है कि रूस और पश्चिम के देशों के कदम शांति की ओर नहीं बढ़े तो नौबत परमाणु युद्ध तक भी पहुंच सकती है। हालांकि सुलह समझौते की कोशिशें भी तेज हो गई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 27 फरवरी को शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में रक्षा मंत्री और मिलिट्री जनरल स्टाफ के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को युद्ध के लिए तैयार रखा जाए। इस बैठक में पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि नाटो के प्रमुख सदस्य देशों ने ‘आक्रामक बयान’ दिए हैं।
नाटो ने बताया खतरनाक और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार
उधर, नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परमाणु चेतावनी को ‘खतरनाक’ और ‘गैर-जिम्मेदार’ बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक नाटो प्रमुख ने कहा है कि यह खतरनाक बयानबाजी है। यह एक गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है। यह स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
वार्ता को लेकर कोशिश तेज
यूक्रेन की राजधानी कीव को चारों ओर से घेरकर गोलाबारी, मिसाइल हमलों और दूसरे बड़े शहर खार्कीव में घुसे रूसी सैनिकों को दिनभर की लड़ाई में बाहर करने के बाद 27 फरवरी की शाम राहत की खबर आई। बेलारूस में रूस के वार्ता के प्रस्ताव को शुरू में नकारने के कुछ घंटे बाद यूक्रेन बात करने को राजी हो गया। रूस ने वार्ता के दौरान हमले न रोकने का ऐलान किया है, वहीं रूसी राष्ट्रपति पुतिन के खास बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंकों ने यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।
इजरायल ने की मध्यस्थता की पेशकश
एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध की मध्यस्थता की पेशकश की है। क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के मुताबिक बेनेट ने रविवार को फोन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि इजराइल मध्यस्थ की भूमिका निभाने को तैयार है। हालांकि रूस की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि पुतिन ने उनकी पेशकश स्वीकार की है या नहीं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का भी कहना है कि वह शांतिवार्ता के लिए तैयार हैं।