केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ओमिक्रोन कम असर वाला संक्रमण नहीं है। देश में इससे 92 प्रतिशत मौतें उन लोगों की दर्ज की गईं, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था।
3 मार्च को आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने प्रेसवार्ता में बताया कि भारत में टीके के विकास, तेजी से इस पर कार्य, स्वीकृति, टीके की व्यापक कवरेज के कारण कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या काफी कम देखी गई। उन्होंने बताया कि कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक मृत्यु दर को रोकने में 98.9 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि दोनों खुराक 99.3 प्रतिशत प्रभावी हैं।
टीकाकरण पूरी तरह प्रभावी
डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि भारत दूसरा देश है, जिसके पास वैक्सीन ट्रैकर है। 2022 के दौरान 92 प्रतिशत मौतें टीका नहीं लेने वाले लोगों की हुई थीं। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि टीकों और व्यापक टीकाकरण कवरेज ने सैकड़ों लोगों की रक्षा करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वैक्सीन ने देश को कोरोना के मामलों की संख्या में वृद्धि से बचाया है लेकिन लोगों को अभी भी सावधानी बरतनी चाहिए।