रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच 7 मार्च को बेलारूस में तीसरे दौर की वार्ता संपन्न हुई। इसमें शहरों में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए मानवीय गलियारों पर रूपरेखा बनाई गई। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दोनों देशों के बीच चौथे दौर की वार्ता होगी।
बैठक के बाद यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बैठक में सकारात्मक परिणाम दिखे, वहीं रूसी समकक्षों ने कहा कि उनकी उम्मीदों पर यह बातचीत खरी नहीं उतरी। इससे पहले हुए दो दौर की वार्ता भी असफल रही है। रूस की ओर से बताया गया कि चौथे दौर की वार्ता बेलारूस में की जाएगी और फिलहाल इसके लिए तारीख निश्चित नहीं है।
यूक्रेन ने बताया सकारात्मक
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार माइखैलो पोडोलयाय ने कहा कि सुरक्षित कारिडोर को लेकर कुछ सकारात्मक संकेत मिले हैं। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक 10 मार्च को टर्की में होगी। यह जानकारी देश के शीर्ष राजनयिक ने दी। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भी यूक्रेन ने रूसी हमलों पर रोक के लिए गुहार लगाई है। बता दें कि पश्चिमी देशों से यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई की जा रही।
रूस ने कही ये बात
रूस ने 7 मार्च को युद्ध क्षेत्र में फंसे यूक्रेनी लोगों को निकालने के लिए नया गलियारा (कारिडोर) बनाने की घोषणा की। इस गलियारे से कीव से लोगों को बेलारूस और खार्कीव के लोगों को रूस ले जाना था। लेकिन यूक्रेन सरकार ने इस गलियारे से लोगों को देश से बाहर भेजने से इन्कार कर दिया। यूक्रेन ने इसे रूस का अनैतिक दिखावा करार दिया है। रूस ने यह एलान लगातार दो दिन संघर्षविराम विफल होने के बाद किया था।
7 मार्च को टैंक रहे शांत
यूक्रेन में राजधानी कीव सहित कई शहरों में 7 मार्च को टैंक शांत रहे। परिणामस्वरूप इन शहरों में हवाई हमले से लोगों को सावधान करने वाले सायरन की आवाज से भी लोग बेचैन नहीं हुए। लेकिन यह सब अस्थायी था। रात घिरते ही आशंकाएं फिर सिर उठाने लगीं, हालांकि हमले की व्यथित करने की सूचनाएं अभी नहीं आई हैं।