वसुधैव कुटुंबकमः कीव से सुरक्षित निकाले जाने पर पाकिस्तानी युवती ने इस तरह माना भारत का आभार

अब तक भारत अपने 18 हजार से अधिक नागरिकों और छात्रों को वहां से निकाल चुका है। इसके बावजूद कई छात्रों और उनके अभिभावकों द्वारा भारत सरकार पर सवाल उठाया गया है। लेकिन अब देश के सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान के लोग भी भारत की प्रशंसा कर उनके सवालों के जवाब दे रहे हैं।

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रूस के आक्रमण से दहल रहे यूक्रेन के हालात ने रिश्तों की नई गढ़नी शुरू कर दी है। यूक्रेन में रशियन तोपों और गोलों की बरसात के बीच स्थानीय प्रतिबंधों के साथ दूसरे देश के लोग जान बचाकर भाग रहे हैं। अब तक भारत अपने 18 हजार से अधिक नागरिकों और छात्रों को वहां से निकाल चुका है। इसके बावजूद कई छात्रों और उनके अभिभावकों द्वारा भारत सरकार पर सवाल उठाया गया है। लेकिन अब भारत के सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान के लोग भी भारत की खुलकर प्रशंसा कर उनके सवालों के जवाब दे रहे हैं।

अपने नागरिकों को बचाने के अभियान में जुटे भारत ने अबतक अन्य देशों के भी कई लोगों को सकुशल निकालने में मदद की है। भारत ने कीव में फंसी पाकिस्तान की अस्मा शफीक को सुरक्षित निकाल लिया है।

भारत को कहा-धन्यवाद
यूक्रेन की राजधानी कीव में काफी मुश्किलों में फंसी पाकिस्तान की इस लड़की ने मदद के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कीव में भारतीय दूतावास के अधिकारियों का आभार जताया है। उन्होंने भावुक बयान देते हुए भारत के प्रति आभार व्यक्त किया।

भारत पहले भी कर चुका है ऐसा
भारतीय अधिकारियों के प्रयास और मदद से वह अपनी नई मंजिल के लिए कीव से सुरक्षित निकल चुकी हैं। बताया जा रहा है कि वह अभी पश्चिम यूक्रेन के रास्ते में है। जल्द ही उसकी पाकिस्तान वापसी होने का बात कही जा रही है। भारत ने पहले भी वसुधैव कुटुंबकम की अपनी नीति पर अमल करते हुए दूसरे देशों के फंसे नागिरकों को बाहर निकाल चुका है।

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