फडणवीस की 125 घंटे की रिकॉर्डिंग को पवार ने बताया संदिग्ध, मलिक के इस्तीफे पर कही ये बात!

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के 125 घंटे की रिकॉर्डिंग पर अविश्वास जताया है। उन्होंने राज्य सरकार से इसकी जांच कराने क आग्रह किया है।

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह सरकार नहीं गिरेगी। महाराष्ट्र सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है। पवार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस की 125 घंटे तक की रिकार्डिंग की जांच करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राकांपा नवाब मलिक के मंत्री पद का इस्तीफा नहीं लेगी, नवाब मलिक को राकांपा पूरा समर्थन करेगी।

शरद पवार ने 9 मार्च को पत्रकारों को बताया कि 8 मार्च को फडणवीस ने विधानसभा में 125 घंटे की रिकार्डिंग की पेन ड्राइव सौंपी है, उसमें मेरी बातचीत का भी उल्लेख किया है। पवार ने कहा कि उनकी किसी से बातचीत नहीं हुई है, इस कारण पेन ड्राइव की रिकार्डिंग ही संदिग्ध लग रही है। इसलिए राज्य सरकार को रिकार्डिंग समेत फडणवीस के आरोपों की गहराई से जांच करवानी चाहिए।

राज्य सरकार को करनी चाहिए जांच
शरद पवार ने कहा कि 125 घंटे की रिकार्डिंग सहजता से करना संभव नहीं है, इसलिए इस रिकार्डिंग के लिए किसी शक्तिशाली संस्था की मदद लिए जाने से नकारा नहीं जा सकता। इस तरह की संस्था सिर्फ भारत सरकार के पास ही है। इसलिए राज्य सरकार को इसकी भी जांच करनी चाहिए। पवार ने कहा कि इसी तरह अनिल देशमुख पर पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया और उन्हें गिरफ्तार किया गया।

नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेगी राकांपा
पवार ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों ने 90 जगह छापा मारकर उनके 95 नजदीकियों तथा अन्य 200 लोगों से पूछताछ की। इसी तरह 20 साल पुराने मामले में केंद्रीय एजेंसियों ने नवाब मलिक पर मामला दर्ज किया है और उनका इस्तीफा मांगा जा रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेगी, पूरी पार्टी नवाब मलिक के साथ है।

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