उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक दिल दहला देने वाली घटना और एक मुसलमान का कट्टरपन सामने आया है। यहां हिंदू लड़के से प्रेम करने पर एक मुसलमान ने अपनी बहन की जान ले ली।
मिली जानकारी के अनुसार बहन अक्सर शाम और देर रात लड़के से मिलने जाती थी। हिंदू लड़का गांव में ही रहता था। हत्या के आरोप में गिरफ्तार लड़की के भाई इसरार ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बहन को कई बार हिंदू लड़के के प्यार के चक्कर से दूर हो जाने को कहा लेकिन वह मान नही रही थी।
डंडे से तब तक किया वार..
आरोपी इसरार ने पुलिस को बताया कि 25 फरवरी को उसकी बहन लड़के से मिलने जा रही थी। मैंने उसे मना किया तो वह झगड़ा करने लगी। इस कारण मुझे गुस्सा आ गया और मैंने डंडे से उसके सिर पर प्रहार करना शुरू कर दिया।
इसरार ने बताया कि उसने अपनी बहन के शव को छिपाकर रखा और जब घर वालों ने पूछा तो बता दिया कि वो घूमने गई है। जब वे उसे तलाश करने चले गए तो उसने उसके शव को नदी में फेंक दिया।
पिता ने दर्ज कराई शिकायत
मामला रामनगर तहसील क्षेत्र के मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के जैसापुर गांव का है। जब लड़की का कोई पता नहीं चल पाया तो उसके पिता मोहर्रम अली ने पुलिस में अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि उसकी बेटी को कोई बहला-फुसलाकर लेकर चला गया है। शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी।
और फिर एक दिन
पुलिस जांच में 26 की शाम को युवती की चप्पल और दुपट्टा सुबली नदी के किनारे बरामद हुए थे। लेकिन और कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल रहा था। 2 फरवरी को गांव के लोगों ने लड़की का शव नदी में उतराते पाया। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। बाद में शव की पहचान हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी मौत सिर पर चोट लगने के कारण हुई।
सख्ती से पूछताछ में टूट गया युवक
एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि गांव के ही किसी व्यक्ति ने उसके भाई पर शक होने की बात कही। उसके बाद पुलिस की पूछताछ में लड़की के भाई पहले तो बहाने बनाते रहा लेकिन जब सख्ती बढ़ने लगी, तो उसने सच उगल दिया। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है।