‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के रिलीज होने से दो समुदायों के बीच तनाव होने की आशंका है। एक समुदाय जहां फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग कर रहा है तो वहीं दूसरा समुदाय इस पर बैन लगाने की मांग कर रहा है।
ऐसे में दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने सभी जिले के डीसीपी को निर्देश दिए हैं कि वह ऐसे क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करें जहां पर दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। वहां पर खासतौर से महिला पुलिसकर्मी, पीसीआर और ट्रैफिक पुलिस के जवानों को भी तैनात किया जाए।
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फिल्म कश्मीरी पंडितों के जीवन और वास्तविक घटनाओं पर आधारित
स्पेशल सेल ब्रांच की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 11 मार्च को विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज हुई है। यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के जीवन और वास्तविक घटनाओं पर बनाई गई है। इसमें कश्मीरी हिंदुओं पर हुई बर्बरता को दिखाया गया है। पुलिस का कहना है कि कुछ लोग फिल्म को एक तरफा मानते हुए इसका विरोध कर रहे हैं। कुछ सिनेमा हॉल में उग्र नारेबाजी हुई है।
फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग
स्पेशल ब्रांच के पत्र में कहा गया है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी 2020 में भयानक दंगे हो चुके हैं। अभी भी हिजाब को लेकर विवाद चल रहा है और हरिद्वार धर्म संसद में एक समुदाय के खिलाफ बोला गया है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि एक छोटी सी घटना भी दोनों समुदाय में तनाव पैदा कर सकती है। इससे कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है। जहां एक समुदाय इस फिल्म के खिलाफ है और इस पर बैन लगाने की मांग कर रहा है। वहीं दूसरा समुदाय देशभर में इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग कर रहा है।
कानून व्यवस्था बनाए रखना जरुरी
स्पेशल ब्रांच ने कहा है कि इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए दिल्ली के सभी जिलों में कानून व्यवस्था को मजबूत करना आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी जिला डीसीपी अपने-अपने इलाकों में उन जगहों पर ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात रखें जहां दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। पीसीआर और ट्रैफिक पुलिस को भी ऐसे इलाकों में तैनात किया जाए।