केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने कहा है कि महाविकास आघाड़ी सरकार से नाराज विधायक बिना झिझक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भर्ती हो जाएं। महाराष्ट्र के विकास के लिए सूबे में सशक्त सरकार जरूरी है।
भागवत कराड ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि महाराष्ट्र के कई विधायक महाविकास आघाड़ी सरकार के कामकाज से नाराज हैं। महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में तालमेल न होने से राज्य का विकास थम गया है। इससे राज्य का ही नुकसान हो रहा है। नाराज विधायकों को घर बैठने की बजाय भाजपा में शामिल होकर एक अच्छी सरकार बनाने में मदद करना चाहिए।
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उनका स्वागत है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना के लगभग 25-30 विधायक महाविकास आघाड़ी सरकार से नाराज हैं। इन सभी विधायकों ने मुंबई में चल रहे विधानसभा के अधिवेशन में शामिल न होने का निर्णय लिया था। बजट में राष्ट्रवादी कांग्रेस को सर्वाधिक हिस्सा दिया गया है, उसके बाद कांग्रेस को तथा सबसे कम हिस्सा शिवसेना को मिला है। इसी वजह से नाराज विधायक बाद में बिना मन के बजट सत्र में शामिल हुए थे। अगर यह सभी भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा।
दानवे का दावा
उल्लेखनीय है कि होली के दिन केंद्रीय रेलवे राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा था कि महाविकास आघाड़ी सरकार के 25 नाराज विधायक उनके संपर्क में हैं। इन सभी विधायकों को धीरे-धीरे एक-एक कर भाजपा में शामिल करवाया जाएगा।
न जाने कौन से नशे में दिया वक्तव्य?
शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि उन्हें पता है, रावसाहेब दानवे कभी नशा नहीं करते। न जाने किसी नशे में रावसाहेब ने होली के दिन इस तरह व्यक्तव्य दिया। शायद नशे में उन्हें 175 कहना था और गलती से 25 कह दिया। रावसाहेब दानवे इस तरह का व्यक्तव्य न दें , अगर उनके संपर्क में कोई विधायक रहता तो वे कब का उसे भाजपा में शामिल कर चुके रहते। शिवसेना ही नहीं महाविकास आघाड़ी सरकार का कोई विधायक न तो नाराज है और न ही भाजपा में शामिल होने जा रहा है। राव साहेब दानवे का व्यक्तव्य सिर्फ मजाकिया है। इसे सीरियसली लेने की जरूरत नहीं है।