मणिपुर में मुख्यमंत्री का संशय खत्म, एन बीरेन सिंह को एक बार फिर से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। लगातार दूसरी बार होगा, जब भाजपा के बीरेन सिंह मुख्यमंत्री बनेंगे। भाजपा विधायक दल की बैठक में केन्द्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और सह-पर्यवेक्षक किरेन रिजिजू मौजूद रहे।
मणिपुर में एक जिम्मेदार और स्थिर सरकार
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि फैसला सभी की सर्वसम्मति से लिया गया है। यह सुनिश्चित करेगा कि मणिपुर में एक जिम्मेदार और स्थिर सरकार हो। केंद्र सरकार का आज पीएम मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर राज्यों पर विशेष ध्यान है।
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बिस्वजीत सिंह भी थे रेस में
भाजपा के सुत्रों के अनुसार बीरेन सिंह के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ विधायक टी. बिस्वजीत सिंह भी मुख्यमंत्री की रेस में थे। दोनों ही नेता 18 मार्च को अलग-अलग उड़ानों से दिल्ली आए थे। यहां उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी। दोनों ही नेता 20 मार्च को वापस इंफाल लौट गए। इससे पहले चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद बीरेन सिंह, टी. बिस्वजीत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ए शारदा देवी पार्टी के भीतर ‘‘गुटबाजी’’ की खबरों के बीच 15 मार्च को दिल्ली आए थे।
जीत कर भाजपा ने सत्ता में की वापसी
मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीट जीत कर भाजपा ने सत्ता में वापसी की है। भाजपा 2017 में कांग्रेस की 28 सीटों की तुलना में सिर्फ 21 सीटें होने के बावजूद दो स्थानीय दलों – एनपीपी और एनपीएफ के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाने में सफल रही थी। हालांकि, इस बार, भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ा और बहुमत हासिल करने में कामयाब रही।