“राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा पश्चिम बंगाल”

पश्चिम बंगाल में चुनावों की तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य विधान सभा चुनाव के पहले से ही हमलों और राजनीतिक हत्याओं का सिलसिला शुरू है।

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पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्याएं थम नहीं रही हैं, पिछले एक सप्ताह में 26 हत्याएं होने का आरोप भाजपा ने लगाया है। इसे लेकर अब केंद्रीय गृहमंत्री से तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है। इन हत्याओं को देखते हुए अब मुख्यमंत्री से तत्काल त्यागपत्र की मांग की गई है। इसके साथ ही भाजपा ने कहा है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन के अलावा कोई दूसरा पर्याय नहीं बचा है।

राज्य में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने राजनीतिक हत्याओं के प्रकरण को उठाया है। बीरभूम जिले के रामपुरहाट ब्लॉक अंतर्गत बटकुई गांव में आगजनी की वजह से 10 लोगों की मौत पर भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।

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सुवेंदु अधिकारी ने इस नरसंहार पर मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल जगदीप धनखड़ का ध्यानाकर्षण किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि, ‘बीरभूम की घटना में मृतकों की संख्या कम दिखाने की कोशिश हो रही है। साक्ष्यों को दबाने और मिटाने का प्रयास शुरू हो गया है। इस पर तुरंत हस्तक्षेप किए जाने की जरूरत है।’

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि राज्य के हालात धीरे-धीरे राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल की गृहमंत्री भी हैं और जिस तरह की घटनाएं हुई है उसे देखते हुए अगर उन्हें थोड़ी भी लज्जा हो तो इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 10 लोगों को जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया। ममता बनर्जी बार-बार गुजरात और उत्तर प्रदेश का जिक्र करती हैं लेकिन क्या भारत के किसी भी दूसरे राज्य में ऐसी घटना हो सकती है। केंद्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।

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