फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के प्रदर्शित होने के बाद कश्मीर पुलिस की ओर से महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। जेहादी इस्लामी आतंकियों द्वारा हिंदुओं के साथ जो बर्बर अपराध किया गया, उन फाइलों की जांच फिर खोली जा सकती है। इस संदर्भ में राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने स्पष्टीकरण दिया है।
यदि किसी घटना में ऐसी कोई बात सामने आती है तो उन कश्मीर फाइल्स की जांच हम फिर कर सकते हैं। हम इसके पीछे लगे हुए हैं और यदि आतंकवाद से संबंधित कोई प्रकरण सामने आता है तो हम उसकी जांच के पीछे भी हैं। हम किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं छोड़नेवाले हैं, जो आतंकवाद के लिए जिम्मेदार होगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दिलबाग सिंह – पुलिस महानिदेशक, जम्मू कश्मीर
असंवेदनशील बयान है
एक फिल्म की आवश्यकता पड़ती है, इन्हें यह बताने के लिए कि, हिंदुओं पर अत्याचार हुआ था। यह बहुत देर बाद बहुत छोटा सा कदम है। इन्हें चाहिए कि सबसे पहले हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को नरसंहार घोषित करें। यह असंवेदनशीलता है सरकार और प्रशासन की। जम्मू कश्मीर में हिंदुओं के साथ जो हुआ और जम्मू संभाग में अभी भी जो रहा है, उसे नरसंहार घोषित करना चाहिए, उसके बाद ट्रिब्यूनल और अन्य जांच अपने आप हो जाएंगी।
अंकुर शर्मा- अध्यक्ष, इक्कजुट्ट जम्मू
फिल्म से सामने आई हिंदुओं पर आतंकी बर्बरता
निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में जनवरी 1990 में कश्मीर में हिंदुओं के साथ जो जेहादी आतंकी बर्बरता हुई दिखाया गया है। इसे देखकर लोगों का एक आक्रोश सामने आया है। जो अब उस समय की प्रशासनिक व्यवस्था, सरकार की भूमिका को लेकर गुस्से में है।