केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने कहा कि दुनिया में भारत सबसे बड़े वैक्सीन निर्माण उद्योगों के रूप में उभरा है, जो 150 से अधिक देशों को टीकों की आपूर्ति करता है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैक्सीन आवश्यकताओं के 65-70 प्रतिशत भारत ही पूरा करता है। यही नहीं भारत ब्रिक्स देशों (चीन, ब्राजील, रूस) के लिए टीके विकसित करने के लिए अपनी मजबूत वैक्सीन निर्माण उद्योग को आगे बढ़ाने को तैयार है। ये बातें डॉ मनसुख मंडाविया ने 22 मार्च को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वैक्सीन सहयोग पर ब्रिक्स वैक्सीन अनुसंधान एवं विकास केंद्र और कार्यशाला का शुभारंभ करने के मौके पर कही।
संक्रामक रोगों को रोकने के लिए ब्रिक्स देशों की क्षमता को देगा बढ़ावा
इस मौके पर डॉ. मंडाविया ने कहा कि यह केंद्र वैक्सीन अनुसंधान और विकास में ब्रिक्स देशों के पूरक लाभों को एक साथ जोड़ने में मदद करेगा और संक्रामक रोगों को रोकने के लिए ब्रिक्स देशों की क्षमता को बढ़ावा देगा। इसमें बुनियादी अनुसंधान एवं विकास, प्रीक्लिनिकल और क्लीनिकल अध्ययन शामिल होंगे।
कोरोना महामारी रोकने का प्रयास सराहनीय
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के बीच, इस केंद्र के शुभारंभ के प्रयास एक सराहनीय कदम है और इससे वैश्विक महामारी प्रतिक्रिया के प्रति ब्रिक्स देशों की प्रतिबद्धता को और बल मिलता है।